जम्मू-कश्मीर में जारी तनाव के बीच नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (NIT) श्रीनगर में कक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर जाने को कहा गया है. एनआईटी श्रीनगर में तेलगांना और आंध्र प्रदेश के दर्जनों छात्र पढ़ाई करते हैं. एनआईटी प्रशासन की ओर से हॉस्टल खाली करने के आदेश के बाद यहां के छात्रों में खलबली मच गई. कई छात्रों ने तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के तारक रामाराव (KTR) को ट्विटर और फेसबुक के जरिए संपर्क किया और उनसे कहा कि उन्हें यहां से निकलने में प्रशासन की मदद चाहिए. के तारक रामाराव तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव के बेटे भी हैं. केटीआर की कोशिशों के बाद श्रीनगर एनआईटी में फंसे 135 छात्र-छात्राओं को बस के जरिए जम्मू लाया गया है.
जम्मू-कश्मीर में प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी के बाद एनआईटी प्रशासन ने अगले आदेश तक संस्थान को बंद करने का आदेश दिया है. छात्र-छात्राओं की अपील पर केटीआर तुरंत एक्शन में आए. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि श्रीनगर NIT में पढ़ने वाले छात्रों से उन्हें आपात मैसेज मिल रहे हैं कि उनकी तुरंत मदद की जाए. केटीआर ने कहा कि छात्रों की वापसी में प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा. केटीआर ने दिल्ली में मौजूद तेलंगाना के रेजिडेंट कमिश्नर वेदांतम गिरि को बच्चों की सकुशल वापसी सुनिश्चित करने को कहा.
Happy to report that about 130 Telugu students have reached Jammu. Govt is arranging train tickets for them to return to Hyderabad asap
— KTR (@KTRTRS) August 3, 2019
केटीआर ने इस मुद्दे पर मुख्य सचिव एसके जोशी से बात की और छात्र-छात्राओं को श्रीनगर से सुरक्षित वापस कराने को कहा. हैदराबाद से आदेश मिलने के बाद दिल्ली में मौजूद तेलंगाना के अधिकारी तुरंत सक्रिय हो गए. अधिकारियों ने श्रीनगर प्रशासन से बात करके वहां मौजूद 135 तेलुगू छात्रों की वापसी का इंतजाम कराया. इन विद्यार्थियों को कड़ी सुरक्षा विशेष बसों से जम्मू लाया गया है. इसके बाद इन्हें दिल्ली लाया जा रहा है. इनमें कुछ छात्र-छात्राएं दिल्ली पहुंच गए हैं . कुछ जम्मू से दिल्ली के बीच रास्ते में हैं. यहां से इन्हें हैदराबाद भेजा जाएगा. इन विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी पर केटीआर ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को धन्यवाद दिया है.