बिहार के कार्यवाहक मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि वे नीतीश कुमार का सम्मान जरूर करते, अगर उन्होंने नारे देने के अलावा गरीबों के लिए काम किया होता. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश सिर्फ गरीबों के लिए नारे में दिलचस्पी दिखाते हैं, काम करने में नहीं.
जीतनराम मांझी ने कहा कि अभी भी उनके कमरे में नीतीश की तस्वीर होती है, लेकिन उन्हें अपने आदर्श के प्रति सम्मान तभी आएगा, जब नीतीश गरीबों और समाज के दलितों के लिए सही मायने में काम करते. मांझी ने कहा, 'मैं उनका धन्यवाद करूंगा, अगर असल में गरीबों और दलितों के उत्थान में वे मेरे एजेंडे को पूरा करते हैं. अगर वो ऐसा नहीं करते हैं, तो सभी के सामने उनका नकाब उतर जाएगा.
मांझी ने नीतीश को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे इस रविवार को होने वाले उनके शपथ समारोह में जरूर जाएंगे. नीतीश की पीठ पीछे बुराई करने के आरोपों को नकारते हुए मांझी ने कहा, 'गरीब खुद मार खाता है, वह दूसरों को क्या पीठ में छुरा मारेगा?' बीजेपी के साथ जुड़ने के सवाल को नकारते हुए मांझी ने कहा कि वे अपनी खुद की अलग पार्टी बनाएंगे, जो गरीबों के लिए काम करेगी. उन्होंने कहा, 'मैं स्वतंत्र सोच वाला इंसान हूं, जो अपनी बनाई हुई राहों पर चलना चाहता है. लेकिन बीजेपी और नीतीश कोई मेरी इस राह के साथ जुड़ सकते हैं, मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है.' उन्होंने समर्थन देने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया.