दुनियाभर में बिहार में आमूलचूल बदलाव लाने का श्रेय पाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रतिष्ठित 'फॉरेन पॉलिसी (एफपी) मैगजीन' ने विश्व के शीर्ष 100 चिंतकों की सूची में स्थान दिया है. इस सूची में आंग सान सू ची और थीन सीन शीर्ष पर हैं. इसमें सलमान रश्दी ओर मलाला यूसुफजई के भी नाम हैं.
नीतीश सूची में 77 वें स्थान पर हैं और उन्हें अपराध, भ्रष्टाचार ओर विकास की कमी की समस्याओं का निदान करने के लिए अभिनवकारी कार्यक्रमों के माध्यम से भारत के सबसे निर्धनतम राज्य में आमूलचूल बदलाव लाने की उपलब्धि के लिए यह स्थान मिला है. इस सूची में भारत के आर्थिक सलाहकार 80 वर्षीय रघुराम राजन और लेखक पंकज मिश्रा को भी स्थान मिला है.
सबसे बड़ी विडंबना लेकिन रोचक बात तो यह है कि म्यामां की लोकतंत्र समर्थक नेता सू ची को उत्पीड़क से उनके सहयोगी बने सैन्य शासक थीन सीन को एक साथ रखा गया है, क्योंकि दोनों ही नेता अपने देश के गैर सैन्य भविष्य की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. म्यामां को 'अपने समय के उल्लेखनीय एवं अप्रत्याशित तब्दीलियों में एक' करार देते हुए पत्रिका में कहा गया है कि कैसे इस देश ने इन दोनों असंभावी सहयोगियों के नेतृत्व में सुधार शुरू किए हैं जबकि इस देश को लंबे समय तक दुनिया का सबसे बड़ा उत्पीड़नकारी तानाशाही बताया जाता रहा.
बिहार के मुख्यमंत्री 61 वर्षीय नीतीश कुमार को राज्य की कायापलट करने का श्रेय दिया गया है जबकि इस राज्य को भारत का अपना हैती या सोमालिया समझा जाता था. उसे देश के सबसे अकर्मण्य क्षेत्रों में एक कहा जाता था और वह सरकारी अकर्मण्यता के लिए दुनिया में कुख्यात था. मैगजीन में लिखा है कि लेकिन जब मध्य वाममार्गी दल के नेता नीतीश कुमार वर्ष 2005 में चुनाव जीते और उन्होंने चीजें दुरुस्त करनी शुरू की तो काफी बदलाव शुरू हुआ.
बिहार अर्कांसांस से भी छोटा क्षेत्र हैं और वहां दस करोड़ लोग लोग हैं. उसने लिखा है, 'अपराध, शर्मसार करने वाले भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर कार्रवाई करने तथा अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए अभिनवकारी कायक्रमों पर भरोसा कर अपने दो कार्यकालों में उन्होंने ऐसा (कायापलट) कर दिखाया. इस सूची में दूसरे स्थान पर ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति मोनसेफ मारजोइक हैं.
तीसरे स्थान पर बिल क्लिंटन और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन हैं. इस सूची में बराक ओबामा भी हैं जो सातवें स्थान पर हैं. मलाला को 15 वां स्थान मिला है जिस पर बालिका शिक्षा की वकालत करने पर तालिबान ने हमला किया. इस साल अगस्त में भारत के वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार का पदभार ग्रहण करने वाले आईएमएफ के मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को आर्थिक विनाश से बचाने की जिम्मेदारी के लिए इस सूची में जगह मिली है.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में युवा भारतीय अमेरिकी अर्थशास्त्री राज चेट्टी को 74 वां स्थान मिला है. उन्होंने आर्थिक नीति समेत अमेरिका के विभिन्न मुद्दों पर गणीतीय शोध किया.