नरेंद्र मोदी के आरोपों से बौखलाए नीतीश कुमार ने आज कुछ ऐसा कह दिया जिस पर विवाद होना तय है. पटना में मोदी की हुंकार रैली के बारे में बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवादियों की वजह से यह रैली सफल हुई जबकि गांधी मैदान सिर्फ आधा भरा हुआ था. दरअसल, नीतीश कुमार आज पटना में मोदी द्वारा लगाए गए असंवेदनशील और घमंडी होने के आरोपों पर जवाब दे रहे थे.
नीतीश कुमार ने कहा, 'आतंकवादियों के कारण बीजेपी की रैली सफल हुई, नहीं तो रैली फ्लॉप हो जाती. गांधी मैदान सिर्फ आधा भरा हुआ था. एक तरह से आतंकियों के कुत्सित कृत्यों ने रैली को सफल बना दिया, वरना यही चर्चा होती रहती की इनकी सभा में मैदान आधा खाली था.'
नीतीश कुमार ने कहा, 'हुंकार रैली में सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था. नरेंद्र मोदी मुझ पर सवाल कैसे उठा सकते हैं. क्या सुरक्षा के लिए राज्य के मुख्यमंत्री को डंडा लेकर गांधी मैदान पर खड़ा होना चाहिए. राज्य की पुलिस ने ब्लास्ट की जांच में सराहनीय काम किया. वे बिहार पुलिस का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं.'
मोदी के सवाल करते हुए उन्होंने कहा, 'क्या नरेंद्र मोदी 2008 अहमदाबाद ब्लास्ट के बाद सभी पीड़ितों से जाकर मिले थे. वो मुझ पर असंवेदनशील होने का आरोप कैसे लगा सकते हैं.'
जगदलपुर में मोदी ने साधा नीतीश कुमार पर निशाना
जगदलपुर में नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर माओवादियों ने हमला किया तो डॉ. रमन सिंह मीडिया के सामने आ गए और कहा कि हमारी चूक रही होगी तो उसकी गहराई में जाएंगे. उन्होंने आदेश दिए और उसी पल अपनी यात्रा स्थगित कर दी. इतना ही नहीं, खुद रमन सिंह कांग्रेस के मारे गए नेताओं के घर गए और उनके परिवार वालों के दुख में शामिल हुए. जिन्होंने उस दिन रमन सिंह का चेहरा देखा होगा, वो जानता होगा कि वो कितनी पीड़ा अनुभव कर रहे थे. जबकि पटना में इतना बड़ा हादसा हुआ. वहां की सरकार महफिल मना रही है. छप्पन भोग परोसे जा रहे हैं. पीड़ा का नाम नहीं. कैसी बॉडी लैंग्वेज, कैसी भाषा. पत्रकार ने पूछा कि आपकी चूक तो तपाक से कह दिया कैसी चूक. अहंकार से भरा हुआ. मैं डॉक्टर रमन सिंह के धैर्य और उनकी कुशलता को अभिनंदन देता हूं.'