बिहार में शराबबंदी के बाद खैनी पर प्रतिबंध की अटकलों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा है कि फिलहाल इसपर कोई रोक नहीं लगेगी.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'राज्य में तंबाकू पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि किसानों को खैनी की खेती के नए विकल्प पर विचार करना चाहिए.' इससे पहले कहा जा रहा था कि बिहार सरकार राज्य में खैनी को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है.
इस वजह से लगे थे कयास
बता दें कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने केंद्र को एक पत्र लिखा था. इस पत्र में खैनी को खाद्य उत्पाद के रूप में सूचित करने का अनुरोध किया गया था. खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा खाद्य उत्पाद के रूप में अधिसूचित किए जाने के बाद, सरकार के पास स्वास्थ्य आधार पर खैनी पर प्रतिबंध लगाने की शक्ति होती है.
बिहार के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) संजय कुमार ने कहा था कि बिहार में हर पांचवां शख्स खैनी का सेवन करता है. उन्होंने कहा था कि हमारे पास नियम हैं जो सिगरेट के रूप में तंबाकू के उपयोग को नियंत्रित करते हैं, लेकिन खैनी की खपत ज्यादा है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार में तंबाकू की खपत में कुल मिलाकर गिरावट दर्ज हुई है. हालांकि, खैनी (कच्चे तंबाकू) का उपभोग करने वाले लोगों की संख्या चिंताजनक रही है. ये भी पाया गया है कि मुंह में कैंसर होने के पीछे खैनी ही मुख्य कारण रहा है.