बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सफाई अभियान से जुड़ने की नरेंद्र मोदी की अपील पर चुटकी लेते हुए कहा कि भ्रम फैलाने वाले गद्दी पर आ गए और जनता की बजाय झाडू के अच्छे दिन आ गए.
नीतीश ने साफ कहा कि इशारों का दौर अब खत्म हुआ, बीजेपी के खिलाफ सभी दलों को एकजुट होना होगा. नई दिल्ली के 12, तुगलक रोड को चौधरी चरण सिंह स्मारक घोषित कराने की मांग को लेकर मेरठ के गायत्री मैदान में आयोजित किसान स्वाभिमान रैली में नीतीश कुमार ने कहा कि हारकर भी तमाम बीजेपी नेता बंगलों में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि अजीत सिंह से कोठी खाली कराने वालों को जनता जरूर याद रखेगी.
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने खुद को चौधरी चरण सिंह के सिद्धांतों से जोड़ते हुए उन्हें युगदृष्टा बताया और कहा कि वह देशभर के किसानों के लिए आस्था के प्रतीक रहे हैं, ऐसे में केंद्र सरकार को स्मारक बनाना ही होगा. इस दौरान देवगौड़ा ने लोकसभा चुनावों से पूर्व तीसरे मोर्चे की बिखर गई संभावना को फिर बुनने पर जोर दिया.
स्वाभिमान रैली में मौजूद जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने चौ. चरण सिंह स्माकर बनाने का बीड़ा उठाते हुए कहा कि देश के किसान राष्ट्रपति से भेंट करके स्मारक बनाने की मांग करेगा तथा केंद्र सरकार के किसान विरोधी आचरण को उजागर करेगा. उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूपी की संपन्नता किसानों की बदौलत है. किसान और मुसलमान चौधरी साहब की दो भुजाएं थीं, जिनमें सांप्रदायिक ताकतों ने फूट डाल दी.
स्मारक बनाना पूरे देश के किसान का हठ: अजीत सिंह
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि 12, तुगलक रोड को स्मारक बनाना पूरे देश के किसान का हठ है. हम हठ से अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे. वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है. यूपी सरकार के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने भी रैली को संबोधित करते हुए चौ. चरण सिंह को किसानों का देवता बताया.
खास बात यह है कि इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में देश के कई प्रांतों से चौ. साहब के अनुयायियों तथा समर्थकों सहित भारी तादात में किसानों का जमावड़ा लगा. रैली में शामिल होने वालों में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, हरियाणा सरकार के राज्यमंत्री धीरेंद्र प्रताप और बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे.
---इनपुट IANS से