बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने लोकपाल बिल का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि केंद्र मजबूत लोकपाल लेकर आ रहा है.
सोमवार को एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता के दरबार के बाद कल राज्यसभा में पेश होने वाले लोकपाल विधेयक के बारे में कहा कि केन्द्र में मजबूत लोकपाल बन रहा है जिसका वे स्वागत करते हैं. राजग से पिछले 16 जून को अलग हुये जदयू के लोकसभा में 20 और राज्यसभा में नौ सांसद है.
केन्द्र सरकार के इस लोकपाल विधेयक के बारे में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयान के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि हरेक बात पर वह टिप्पणी नहीं किया करते. नीतीश ने यह भी दावा किया कि बिहार में उनकी सरकार ने एक मजबूत लोकायुक्त कानून पूर्व से लागू कर रखा है.
केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा नक्सलियों के संबंध में लिखे गये जो पत्र के बारे में नीतीश ने कहा कि वह पत्र वस्तुपरक विश्लेषण नहीं है. पूरी जानकारी हमने पुलिस मुख्यालय से मांगी है और उसके बाद उक्त पत्र का उत्तर भेजा जायेगा.
उल्लेखनीय है कि शिंदे ने हाल ही में नीतीश को एक पत्र लिखा था, जिसमें बिहार में माओवादियों गतिविधियों में बढोत्तरी होने तथा इससे निपटने में राज्य और केन्द्रीय सुरक्षा बलों के बीच समन्वय नहीं होने की बात कही गई थी. शिंदे ने अपने पत्र में बिहार सरकार को अन्य प्रदेशों में माओवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को अपनाये जाने का सुझाव दिया था.