मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि कर्नाटक अभी तमिलनाडु के लिए कावेरी जल नहीं छोड़ पायेगा क्योंकि राज्य सूखे और पेयजल की भारी किल्लत का सामना कर रहा है.
उन्होंने यहां अपने आवास पर कहा, ‘अभी सरकार के लिए यह संभव नहीं है कि वह तमिलनाडु को कावेरी जल जारी करे क्योंकि राज्य सूखे और पेयजल की भारी किल्लत का सामना कर रहा है.’
शेट्टार ने कहा कि राज्य से एक सर्वदलीय शिष्टमंडल सोमवार को नई दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेगा. शिष्टमंडल उनसे अनुरोध करेगा कि कावेरी जल विवाद न्यायाधिकरण के प्रस्तावित अंतिम फैसले को वह अधिसूचित नहीं करें.
उन्होंने बताया कि इस शिष्टमंडल में राज्य के सांसद, केन्द्रीय मंत्री एवं विपक्ष के नेता शामिल होंगे. शिष्टमंडल सिंह को इस बात के लिए संतुष्ट करने का प्रयास करेगा कि अंतिम फैसले को अधिसूचित नहीं किया क्योंकि राज्य के समक्ष पेयजल एवं सूखे की भारी समस्या है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इन समस्याओं के बावजूद हमारी सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए तमिलनाडु के लिए पानी जारी किया है. लेकिन अब हमारे लिए मौजूदा स्थिति में पानी जारी करना संभव नहीं रह गया है.’