सरकार ने इन आरोपों को गलत बताया कि बसपा नेता मायावती सपा नेता मुलायम सिंह राजद नेता लालू प्रसाद और भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी आदि की सुरक्षा व्यवस्था में कटौती की जा रही है.
काफी जोर शोर से संसद में उठा मुद्दा
संसद के दोनों सदनों में इन दलों के सदस्यों ने अपने नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था में कथित कटौती किए जाने के मुद्दे को लेकर भारी हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा की बैठक तीन बार और राज्यसभा की बैठक दो बार स्थगित करनी पड़ी. सदस्यों के हंगामे के कारण दोनों ही सदनों में आज प्रश्नकाल नहीं हो सका. लोकसभा में आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बसपा सदस्य मायावती की सुरक्षा में कटौती का मुद्दा उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे.
किसी नेता की सुरक्षा कम नहीं होगी: प्रणब
अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदस्यों को शून्यकाल में यह मुद्दा उठाने को कहा लेकिन सदस्यों ने शोरशराबा और नारेबाजी जारी रखी जिस पर उन्होंने बैठक शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद कार्यवाही साढ़े 11 बजे तक स्थगित कर दी. सदन की बैठक साढ़े 11 बजे पुन: शुरू होने पर सदन के नेता प्रणव मुखर्जी ने स्पष्टीकरण दिया कि अभी किसी नेता की सुरक्षा कम करने का फैसला नहीं किया गया है. मुखर्जी ने कहा कि गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने बताया है कि नेताओं तथा अन्य अति विशिष्ट लोगों को दी जाने वाली सुरक्षा की समय समय पर समीक्षा करना नियमित प्रक्रिया है लेकिन फिलहाल जो समीक्षा की गयी है उसकी रिपोर्ट अभी तक उन्हें नहीं मिली है। अत: किसी नेता की सुरक्षा कटौती के फैसले का सवाल ही नहीं उठता है.