कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तेलंगाना के नेताओं से कहा कि सीमांध्र की जनता से संपर्क बढ़ाएं और उनके खिलाफ कड़ी भाषा का इस्तेमाल नहीं करें. सोनिया ने तेलंगाना क्षेत्र के केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और प्रदेश के मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल को यह नसीहत दी, जो अलग राज्य के गठन पर संसद की मंजूरी मिलने के बाद आभार जताने पहुंचे थे.
सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री सर्वे सत्यनारायण और बलराम नाइक, लोकसभा और राज्यसभा के एक दर्जन सांसद तथा तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले प्रदेश के मंत्री शामिल थे. एम कोडनडरम की अध्यक्षता वाली तेलंगाना संयुक्त कार्य समिति के सदस्यों ने भी कांग्रेस अध्यक्ष से भेंट की.
मुलाकात के बाद सांसद मधु गौड़ याक्षी ने संवाददाताओं को बताया कि सोनिया ने उनसे कहा कि जब कांग्रेस ने तेलंगाना की जनता के साथ न्याय किया है, तो क्षेत्र के पार्टी नेताओं को सुनिश्चित करना चाहिए कि सीमांध्र क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय नहीं हो. तेलंगाना राष्ट्र समिति के कांग्रेस में विलय की संभावनाओं के सवाल पर सर्वे सत्यनारायण ने कहा, ‘हम टीआरएस से अपेक्षा कर रहे हैं कि वह हमारे साथ मिल जाए.’