पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि किसी क्रिकेटर के प्रदर्शन में सुधार करने में कोच की कोई भूमिका नहीं होती हालांकि उन्हें इस काम के लिये अच्छा पैसा दिया जाता है और वे केवल टीम में साथ रहने के लिये ही होते हैं और कुछ नहीं करते.
‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ शोएब ने कहा, ‘मै इतना विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मुझे कभी कोच से फायदा नहीं हुआ और न ही मैने अपने कैरियर में कोच से कुछ सीखा है. कोचों को मोटी रकम दी जाती है और आमतौर वे कुछ नहीं करते. महत्वपूर्ण यह होता है कि खिलाड़ी मैदान पर कैसा प्रदर्शन करता है.
इसमें कोच कुछ नहीं कर सकता. कोच इतना काम कर सकते हैं कि वे खिलाड़ी को मानसिक रूप से कड़ा बना सकते हैं और खिलाड़ी का मनोबल बढा सकते हैं.