कोसी बाढ़ राहत राशि गुजरात को वापस किए जाने को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ भाजपा और जद यू के बीच बढती दरार और इसको लेकर दोनों दलों के गठबंधन को उत्पन्न खतरे पर अपनी चुप्पी तोडते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा ‘‘टेंशन लेने की जरूरत नहीं, रिलैक्स रहें.’’
विश्वास यात्रा पर नालंदा रवाना होने से पूर्व पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने नीतीश से भाजपा-जद यू के गठबंधन को लेकर चर्चाओं के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा ‘‘टेंशन लेने की जरूरत नहीं रिलैक्स रहें’.
कोसी बाढ़ राहत राशि गुजरात को वापस किए जाने को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ भाजपा और जद यू के बीच की दरार कल उस समय और भी चौड़ी हो गयी जब भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया.
भाजपा के इन दोनों नेताओं के इस निर्णय के कारण नीतीश को अपनी विश्वास यात्रा के क्रम में पालीगंज का दौरा उपमुख्यमंत्री के बिना करना पड़ा, जबकि उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नंद किशोर यादव के विधानसभा क्षेत्र पटना सिटी का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया.
गुजरात सरकार को राशि लौटाए जाने के बारे में नीतीश ने गत शनिवार को कहा था कि इसमें कुछ भी नया नहीं है इस आशय का निर्णय तो गत 12 जून को ही ले लिया गया था. उल्लेखनीय है कि पटना में गत 12 जून को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन किया गया था. इसी दिन यहां के स्थानीय अखबारों में एक विज्ञापन छपा था, जिसमें नीतीश और नरेंद्र मोदी की एक-दूसरे का हाथ थामे एक तस्वीर छपी थी और गुजरात को बिहार का करीबी बताते हुए कहा गया था कि कोसी बाढ़ के समय गुजरात ने बिहार को सबसे अधिक सहायता राशि दी थी.
इस विज्ञापन पर कडी आपत्ति जताते हुए नीतीश ने कहा था, ‘‘यह अस5य बात है और किसी की मदद करने के बाद ढोल नहीं पीटा जाता. ’’ इसी क्रम में उन्होंने ऐलान किया था कि गुजरात की तरफ से जो राशि मिली है, यदि उसका इस्तेमाल नहीं किया गया होगा तो उसे वापस लौटा दिया जाएगा.
नीतीश ने इन विज्ञापनों पर नाराजगी जाहिर करते हुए दो टूक शब्दों में कहा था कि मोदी के साथ उनकी तस्वीर उनकी अनुमति के बिना प्रकाशित की गई और उक्त विज्ञापन को लेकर कार्रवाई किए जाने की बात कही थी जिसकी पटना पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. इसके अलावा, नीतीश ने भाजपा प्रतिनिधियों के सम्मान में आयोजित रात्रि भोज भी रद्द कर दिया था.
इस घटना के साथ बिहार में सत्तारूढ़ भाजपा . जदयू गठबंधन में बढ़ती खटास खुलकर सामने आ गई, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.