सचिन तेंदुलकर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए और आस्ट्रेलिया के पूर्व हरफनमौला एंड्रयू साइमंड्स ने कहा है कि इस चैम्पियन बल्लेबाज के रिकार्ड कई सालों तक कोई नहीं तोड़ पायेगा. तेंदुलकर ने आस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ का 168 मैचों का रिकार्ड तोड़ा.
इस साल चैम्पियंस टी-20 लीग में कमेंटेटर की भूमिका निभाने जा रहे साइमंडस का कहना है कि तेंदुलकर और मुथैया मुरलीधरन के बिना खेल बेनूर हो जायेगा. साइमंड्स ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई सचिन का रिकार्ड तोड़ सकेगा. फिलहाल पोंटिंग, बाउचर और कैलिस काफी टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं. ये तीनों ही उसके करीब जा सकते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी कैरियर शुरू करने वाला कोई खिलाड़ी 160-170 टेस्ट खेलेगा.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसे खिलाड़ियों की कमी खलती है. आस्ट्रेलिया के साथ ऐसा ही हुआ. शेन वार्न, ग्लेन मैकग्रा और मैथ्यू हेडन भी रिटायर हुए जिनकी जगह किसी और ने ली. लेकिन वे लोग वह नहीं बन सके जो दर्जा इन खिलाड़ियों का था.’ {mospagebreak}
विवादों से घिरे रहने वाले साइमंड्स ने पिछले साल फ्रीलांस क्रिकेटर बनने का ऐलान किया. उन्होंने हालांकि कहा कि इस फैसले पर उन्हें कोई खेद नहीं है. उन्होंने कहा, ‘इससे मुझे जिंदगी का मजा लेने का मौका मिल रहा है और साथ ही मैं क्रिकेट भी खेल रहा हूं. मैं अपने फैसले से खुश हूं. मुझे आस्ट्रेलियाई टीम की कमी नहीं खलती.’
साइमंड्स और इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटाफ फिलहाल फ्रीलांस क्रिकेटर हैं लेकिन इस आस्ट्रेलियाई का मानना है कि आने वाले समय में अधिकतर क्रिकेटर यह चलन अपनायेंगे. उन्होंने कहा, ‘भविष्य में ऐसा हो सकता है लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा पर निर्भर करेगा.’
साइमंड्स का मानना है कि टी-20 क्रिकेट ने खेल में क्रांति ला दी है और टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिये प्रशासकों को खेल के तीनों प्रारूपों में संतुलन कायम करना होगा. उन्होंने कहा, ‘जब मैने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया तो कभी टी-20 क्रिकेट के बारे में सोचा भी नहीं था लेकिन इस प्रारूप ने खेल में क्रांति ला दी है. इससे क्रिकेट का दायरा बढ़ा है. टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिये हालांकि तीनों प्रारूप में तालमेल बिठाना जरूरी है.’