समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में उनकी पार्टी के सहयोग के बिना किसी भी सरकार का गठन संभव नहीं होगा.
मुलायम ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचरण दास की पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'दिल्ली में सपा के बिना कोई सरकार नहीं बन पायेगी. अब वामपंथी और अन्य दल भी तीसरे मोर्चे की बात करने लगे हैं. इन सब में सपा सबसे बड़ी पार्टी है, जो लोग सपा को क्षेत्रीय पार्टी बताते हैं वे राष्ट्रीय राजनीति से वाकिफ नहीं है. अकेले उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं.’
यह कहते हुए कि देश के सबसे बड़े राज्य में सपा की बहुमत की सरकार है, सपा मुखिया ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी अच्छी सीटें मिलने वाली हैं.
चीन के बारे में उन्होंने कहा कि हम दस साल से सरकार को चीन से संभावित खतरे के बारे में चेताते रहे हैं.
सपा मुखिया ने कहा, ‘1962 में नेहरूजी चीन के विश्वासघात को देख चुके है. वह देश विश्वास करने लायक नहीं है.’
साल 1992 की 6 दिसंबर को हुए बाबरी विध्वंस कांड का उल्लेख करते हुए मुलायम ने कहा कि उन्होंने 4 दिसंबर को तत्कालीन राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा को पत्र लिखकर ढांचा गिराने की आशंका जताई थी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा का केंद्र में सत्तारूढ़ होना देश की जरूरत है और पार्टी कार्यकर्ताओं को इस लक्ष्य का ध्यान में रखकर काम करना है.
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को केंद्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस नीत सरकार को सबक सिखाना है, जो हर मोर्चे पर विफल रही है.