केंद्र सरकार ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि सुशासन दिवस मनाने के लिए क्रिसमस के अवसर पर सीबीएसई के स्कूलों को खुला रखने के निर्देश दिए गए हैं. राज्यसभा में इस मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे और विरोध के बाद सरकार ने कहा कि इस तरह का कोई भी निर्देश नहीं दिया गया है.
सोमवार को विपक्ष द्वारा शून्यकाल में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद सदन के नेता और वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'खबर तथ्यात्मक रूप से गलत है.' जेटली ने कहा कि मानव संसाधन मंत्री ने उन्हें सूचित किया है कि ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं. सिर्फ एक ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.
इससे पहले क्रिसमस के अवसर पर स्कूलों को खुला रखने के सरकार के कथित फैसले को दुखद और अनुचित करार देते हुए माकपा ने सोमवार को यह कहकर इसे वापस लेने की मांग की कि यह ईसाइयों के धार्मिक अधिकारों पर हमला है. पार्टी के पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई और अन्य सरकार संचालित स्कूलों को क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाने के लिए कहकर एक और दुखद और अनुचित फैसला किया है.