बीजेपी से घनिष्ठ रिश्ते के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि उनके लिए कोई भी पार्टी पराई नहीं है.
किसी को मिलने के लिए नहीं बुलाते
'आज तक' के कार्यक्रम 'सीधी बात' के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि उनके लिए सभी पार्टियां अपनी हैं. यह पूछे जाने पर कि बीजेपी को छोड़कर और किसी पार्टी के नेता उनसे नहीं मिलते, भागवत ने कहा कि वे किसी को मिलने के लिए नहीं बुलाते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी पार्टी के नेताओं से मुलाकात होने पर भी यह बात खबर नहीं बनती है. उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में सचिन पायलट से उनकी भेंट हुई, पर यह खबर नहीं बनी.
संघ की शाखाओं में लगातार इजाफा
आरएसएस के बारे में मोहन भागवत ने कहा कि इसकी शाखाओं और स्वयंसेवकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. संघ की नाव आगे बढ़ रही है. संघ परिवार में एकता है. कार्यक्रम के दौरान 'हिंदुत्व' और 'भारतीयता' के बारे में सवाल के जवाब में भागवत ने कहा कि 'भारतीयता' और 'हिंदुत्व' एक ही बात है, साथ ही 'वैश्विकता' और 'हिंदुत्व' भी एक ही बात है. उन्होंने कहा कि समाज के निर्माण के लिए पूरे समाज को सामने आना होगा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि स्वयंसेवक जरूर समाज को बदल देंगे.
भारत से आ मिलेगा पाकिस्तान
पड़ोसी देशों के बारे में सधी टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ''ये हमारे हैं और एक दिन हमसे मिलकर रहेंगे.'' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भी भारत से मिलना ही होगा, ये मिलेंगे. बीजेपी पर संघ के दबाव के बारे सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे दबाव नहीं डालते. बीजेपी के नेता उन्हें रिपोर्ट करें, यह जरूरी नहीं है. जिस संगठन में व्यक्ति काम करता है, वहां अनुशासन कायम रखना बड़ी बात है. स्वयंसेवक जहां भी रहें, अपने विचारों पर कायम रहें. आडवाणी सरीखे नेताओं के बारे में मोहन भागवत ने कहा कि सही समय आने पर सही निर्णय होंगे.
आतंकवाद को हिंदू का समर्थन नहीं
अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीराम सेना और प्रज्ञा ठाकुर के संगठनों से संघ का कुछ लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी भी आतंकवाद को हिंदू का समर्थन प्राप्त नहीं है, कोई व्यक्ति विशेष इसमें शामिल हो, तो यह अलग बात है. कोई गलत करता है, तो उसे समाज का समर्थन प्राप्त नहीं है. प्रज्ञा ठाकुर के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि साध्वी दोषी हैं. मामला कोर्ट में है, गुनाह साबित होने पर ही किसी को सजा हो.