भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मंगलवार इन खबरों को खारिज किया कि वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिए जाने से पैदा हुए संकट के मुद्दे पर पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के दबाव में है.
उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें निराधार हैं. राजनाथ ने कहा, ‘मैं एक चीज स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कुछ समाचार चैनलों पर खबर चली है कि आरएसएस ने यह कहा है या वह कहा है. मैं पूरी तरह स्पष्ट करना चाहता हूं कि संघ ने कुछ नहीं कहा है.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने संघ में लोगों से पता किया है, क्या उन्होंने कोई बयान दिया है. उन्होंने मुझे बताया कि उनकी तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है, ये सब खबरें पूरी तरह निराधार हैं.’ मीडिया की खबरों में पूर्व में दावा किया गया था कि इस मुद्दे पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और राजनाथ सिंह के बीच चर्चा हुई है.
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी और आरएसएस दोनों का यह मत था कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव अभियान समिति के प्रमुख के रूप में नियुक्त किए जाने के फैसले से पीछे नहीं हटा जाना चाहिए. हालांकि, उनका मानना था कि आडवाणी को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और उन्हें मनाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें.