भारत की सरकारी एयरलाइन, एयर इंडिया, अपनी खोई हुई साख को दोबारा हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है. एयर इंडिया को इसके लिए निजी एयरलाइंस की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. असलियत ये है कि 'महाराजा' के लिए नये साल की शुरुआत अच्छी साबित नहीं हुई है. एक इंटरनेशनल फ्लाइट सर्वे में एयर इंडिया को दुनिया की तीसरी सबसे खराब एयरलाइन घोषित किया गया है.
लेकिन 'महाराजा' के लिए अच्छी खबर ये है कि नोबल विजेता अमर्त्य सेन ने इस एयरलाइंस की सेवाओं के लिए उसकी पीठ थपथपाई है. सेन ने इस हफ्ते नई दिल्ली से लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी. एयर इंडिया फ्लाइट AI-111 से लंदन पहुंचे सेन ने एक संदेश के जरिए ऑनबोर्ड सेवाओं के लिए एयरलाइंस की तारीफ की. सेन ने संदेश में लिखा- 'वास्तव में अद्भुत सेवा और अच्छी देखभाल के लिए बहुत बहुत शुक्रिया. मैं बहुत आभारी हूं, साथ ही बहुत प्रभावित भी. शुभकामनाएं.'
बता दें कि इसी हफ्ते के शुरू में एविएशन इनसाइट फर्म 'फ्लाइटस्टेट्स' ने बीते साल में प्रदर्शन के आधार पर दुनिया की सबसे बढ़िया और सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली एयरलाइंस की फेहरिस्त जारी की थीं. ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) के मामले में सबसे खराब एयरलाइंस की फेहरिस्त में एयर इंडिया के नाम का उल्लेख इस्राइल की El Al एयरलाइंस और स्कैन्डिनेवियन एयरलाइंस आइसलैंड एयर के बाद किया गया है.
सर्वे में अमेरिकी कंपनी ने केबिन, सेवा गुणवत्ता और फ्लाइट में देरी से जुड़े मुद्दों को हाईलाइट किया है. हालांकि एयर इंडिया ने सर्वे को 'गढ़ा हुआ' करार देकर खारिज करने में देर नहीं लगाई. एयर इंडिया के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने एक बयान में कहा, "हम एयर इंडिया पर 'फ्लाइटस्टेट्स' की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट से पूरी तरह असहमत हैं. पहली नजर में ये रिपोर्ट गढ़ी हुई लगती है. एयर इंडिया प्रबंधन इस रिपोर्ट को लेकर पूरी तरह जांच कराएगा."