सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड मामले के परिप्रेक्ष्य में केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि कोई भी इंसान बुरा हो या अच्छा, कोई भी उसे फर्जी मुठभेड में नहीं मार सकता.
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सौंपी गयी है और इस बारे में सरकार या सीबीआई पर उंगली उठाना, न्यायपालिका पर उंगली उठाने वाली बात है.
चिंदबरम ने लोकसभा में भोपाल गैस त्रासदी पर हुई विशेष चर्चा के जवाब के दौरान कहा, ‘सोहराबुद्दीन मामले की मूल रूप से जांच गुजरात पुलिस ने की थी. उसके बाद मामला राज्य की सीआईडी को सौंपा गया था. सीआईडी ने इस आधार पर 14 लोगों को गिरफ्तार किया था कि सोहराबुद्दीन की मौत फर्जी मुठभेड में हुई.’
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज द्वारा यह मामला सदन में उठाये जाने के बाद उन्होंने कहा कि यह कहना कि सोहराबुद्दीन की मौत फर्जी मुठभेड में नहीं हुई थी, गुजरात सरकार के खिलाफ बोलना हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कोई इंसान अच्छा हो या बुरा, किसी को भी उसे फर्जी मुठभेड़ में मारने का हक नहीं है.
गुजरात पुलिस ने खुद स्वीकारा है कि वह मुठभेड़ फर्जी थी और सीबीआई ने मामले के 15वें अभियुक्त के रूप में अजय चुडास्मा को गिरफ्तार किया है. इससे पहले के 14 आरोपियों को गुजरात पुलिस ने ही गिरफ्तार किया था.