नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू होने के बाद पूरे देश में हो रहे विरोध- प्रदर्शनों के बीच दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने के लिए किए गए संशोधन का विरोध करने के लिए विरोधी दलों की आलोचना की थी.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जिस दिन इस कानून से जुड़ा विधेयक संसद से पारित हुआ था, उसी दिन जन्मी बच्ची और उसका नाम नागरिकता रखे जाने का भी जिक्र किया था. अब उस बच्ची नागरिकता को पहली भारतीय पहचान मिल गई है. बच्ची नागरिकता के जन्म का प्रमाण पत्र नगर निगम ने निर्गत कर दिया है.
सोमवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम के चेयरमैन जयप्रकाश नगर निगम के अधिकारियों के साथ हिंदू शरणार्थी कैंप पहुंचे और बच्ची नागरिकता के परिजनों से मुलाकात कर उसके जन्म का प्रमाण पत्र सौंपा. बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र पाकर बच्ची के परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजन पीएम मोदी को धन्यवाद देते नहीं थक रहे थे.
नागरिकता की मां आरती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बच्ची की मुलाकात कराने की इच्छा भी जता दी. आरती ने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वहां के हिंदुओं को नारकीय जीवन दे रहे हैं तो दूसरी ओर भारत के प्रधानमंत्री से हमारे परिवार को इतना सम्मान मिला है.
आरती ने कहा कि अब एक बार नागरिकता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आशीर्वाद दे दें तो उनका सपना पूरा हो जाएगा. वहीं बच्ची के पिता ने शरणार्थी कैंप में बिजली और पानी आदि की समस्याओं का जिक्र करते हुए इनका समाधान कराने का निवेदन किया. जन्म प्रमाण पत्र देने के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के चेयरमैन जयप्रकाश ने नागरिकता के परिजनों को पीएम मोदी से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हिंदू शरणार्थी परिवारों के लिए बेहद संवेदनशील है.
चेयरमैन जयप्रकाश ने साथ ही यह भी कहा कि न केवल नागरिकता, बल्कि इसके बाद जो भी बच्चे इन शरणार्थी कैंपों में जन्म लेंगे, उन सभी का जन्म प्रमाण पत्र वह उनके घर जाकर देंगे. जयप्रकाश ने शरणार्थी कैंपों की समस्याओं के समाधान के लिए भी अपने स्तर से प्रयास करने का आश्वासन दिया.