केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आगामी सार्क सम्मेलन में अपने पाकिस्तानी समकक्ष से मुलाकात नहीं करेंगे. सोमवार को ट्विटर पर गृह मंत्रालय ने मुलाकात की अटकलों को खारिज कर दिया.
गौरतलब है कि नेपाल की राजधानी काठमांडू में 18 सितंबर से सार्क सम्मेलन शुरू हो रहा है जिसमें भारत की ओर से गृह मंत्री राजनाथ सिंह हिस्सा लेंगे, लेकिन वह पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों के मंत्री निसार अली खान से द्विपक्षीय बातचीत नहीं करेंगे.
आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं: गृह मंत्री
गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, 'सार्क सम्मेलन से इतर गृह मंत्री के
अपने पाकिस्तानी समकक्ष से मिलने की खबरें गलत और गढ़ी गई हैं. गृह
मंत्रालय का यकीनी तौर पर मानना है कि आंतकवाद और बातचीत दोनों एक
साथ नहीं चल सकते. जब तक पाकिस्तान आतंकवाद और हिंसा नहीं रोकता,
कोई संवाद संभव नहीं है.'
News reports published today that HM will meet his Pakistani counterpart on the sidelines of SAARC conference are incorrect and fabricated.
— HMO India (@HMOIndia) September 1, 2014
The HM is of the firm opinion that terror & talks cannot go together. Unless Pakistan stops terrorism and violence no dialogue is possible.
— HMO India (@HMOIndia) September 1, 2014
याद रहे कि पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मुलाकात की थी, जिसके बाद भारत ने पड़ोसी मुल्क से सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी.
रविवार को हरियाणा में एक चुनावी रैली के दौरान गृह मंत्री ने कहा था कि सीमा पर फायरिंग का भारत मुंहतोड़ जवाब देगा और जब तक पाकिस्तान फायरिंग नहीं रोकेगा, तब तक सीमा पर शांति मुमकिन नहीं है.
तेजी से बढ़े हैं सीजफायर उल्लंघन
गौरतलब है कि हाल के दिनों में पाकिस्तान की ओर से एलओसी और
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फायरिंग की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. सिर्फ अगस्त में ही
24 सीजफायर उल्लंघन हुए जिनमें दो गांव वालों की मौत हो गई और 4
जवानों समेत 17 लोग घायल हो गए.
पिछले हफ्ते भारत ने सीजफायर उल्लंघन के मसले पर पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध जताया था. मसले पर बातचीत के लिए बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच तीन फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं. बीएसएफ के मुताबिक, पिछले 45 दिनों में पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जितनी फायरिंग की गई, वह 1971 युद्ध के बाद से संभवत: 'सबसे ज्यादा' है.