कांग्रेस भले ही बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन की खबर पर टकटकी बांधे बैठी हो, लेकिन मोदी के नाम पर फिलहाल राहुल गांधी चुप हैं. मीडिया ने जब राहुल से मोदी-नीतीश पर सवाल किए तो उन्होंने चुप रहना ही बेहतर समझा. राहुल ने मोदी पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि ये बीजेपी का अंदरूनी मामला है. नीतीश के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि नीतीश को यूपीए में शामिल होने का निमंत्रण देने के मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेता फैसला लेंगे.
मोदी का कद बढ़ने पर चिंतित नहीं राहुल
राहुल गांधी ने भाजपा के भीतर हुए बदलावों पर पहली बार टिप्पणी करते हुए कहा कि वह पार्टी में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने को लेकर चिंतित नहीं हैं और ना ही वह बीजेपी के सहयोगी जदयू को यूपीए में आने के लिए आमंत्रित करेंगे.
राहुल ने संवाददताओं से कहा, ‘मोदी का कद बढ़ना बीजेपी का आंतरिक मामला है. यह वास्तव में मेरी चिंता नहीं है. मेरी चिंता यह है कि कांग्रेस पार्टी कैसा प्रदर्शन कर रही है और हम अलग-अलग राज्यों में कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों के लाभ के लिए हम कौन से अलग-अलग कदम उठा रहे हैं.’ राहुल से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी द्वारा लोकसभा चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाये जाने के बारे में पूछा गया था.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस जेडीयू को आमंत्रित करेगी जिसके बारे में ऐसा प्रतीत होता है कि वह बीजेपी से अलग हो रही है, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि वह केंद्र में सत्ताधारी यूपीए में शामिल होने के लिए दलों को आमंत्रित करने के बारे में फैसला नहीं लेते. राहुल ने कहा, ‘ये सब कांग्रेस के आंतरिक मामले हैं. स्पष्ट रूप से ये निर्णय मैं नहीं लेता हूं. ये निर्णय कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिये जाते हैं. इसलिए किसी को आमंत्रित करना मेरे ऊपर नहीं है.’
राहुल का यह बयान ऐसे दिन आया है जब दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि जदयू समान विचारधारा वाला दल है और धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर उस पर विश्वास किया जा सकता है. कांग्रेस प्रवक्ता भक्त चरण दास ने यह भी कहा कि भविष्य में समान विचारधारा वाले दल एकसाथ आ सकते हैं.
कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के उस बयान से अपने को अलग कर लिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि बीजेपी और एनडीए के लिए चुनौती हैं. प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नामांकित किये जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा, ‘यह आपको कांग्रेस पार्टी से पूछना होगा. मुझे जो काम दिया गया है वह मैं कर रहा हूं.’