बेमिसाल खूबसूरती वाला गुलाब भला किसे अच्छा नहीं लगता. फूलों में खास स्थान रखने वाला यह फूल सेहत के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह न केवल शरीर के विकास के लिए जरूरी कई विटामिनों, अम्ल और रसायनों का महत्वपूर्ण स्रोत है बल्कि संक्रमणरोधी गुण भी रखता है.
प्राकृतिक चिकित्सा विज्ञानी डा के सी गर्ग कहते हैं ‘जिन लोगों को मूत्राशय संबंधी समस्या होती है, उनके लिए गुलाब का सेवन लाभकारी होता है क्योंकि गुलाब में संक्रमण रोधी गुण पाए जाते हैं. गुलाब के उत्पाद का सेवन करने वालों को गुर्दे की पथरी होने की आशंका कम होती है.’ आहार विशेषज्ञ अनुजा अग्रवाल ने बताया कि गुलाब की पंखुड़ियों में विटामिन ई, डी, बी3 और ए तथा एस्कॉर्बिक एसिड, मैलिक एसिड, बायोफ्लैवोनॉयड, साइट्रिक एसिड, जिंक, टेनिन तथा फ्रुक्टोज बहुतायत में पाए जाते हैं. इन रसायनों की वजह से ही गुलाब में संक्रमण रोधी गुण होता है.
कुछ देशों में 22 सितंबर गुलाब के नाम समर्पित है. ऐसा क्यों किया जाता है, इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिलती. भारत में ‘गुलाब दिवस’ तो नहीं मनाया जाता लेकिन इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता कि यह लोगों का पसंदीदा फूल है.{mospagebreak}
गर्ग कहते हैं ‘गुलाब अतिसार रोकने में और हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मददगार होता है. इसकी पंखुड़ियों में आयरन, कैल्शियम, नियासिन और फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं. जिन लोगों के दांतों में तकलीफ रहती है, उनके लिए गुलाब उपयोगी हो सकता है.’
वनस्पति विज्ञानी डा प्रीति कुलश्रेष्ठ ने बताया कि गुलाब की प्रवृत्ति शीतलकारी होती है. यही वजह है कि आंखों में जलन होने पर गुलाब जल डालने से ठंडक का अहसास होता है. इसका यही गुण रक्तस्राव और त्वचा की जलन रोकने में मददगार साबित होता है. इसके अलावा खुशबू के लिए भी गुलाब जल और गुलाब के अर्क का इस्तेमाल किया जाता है.
डा गर्ग कहते हैं ‘‘गुलाब के उत्पाद का सेवन सेहत के लिए उपयोगी होता है. दिल की बीमारी, पेप्टिक अल्सर, पित्त, अपच, कोख और तंत्रिकाओं संबंधी समस्याओं को दूर करने में गुलाब की पंखुड़ियों से बनाई गई औषधि लाभकारी होती है.
त्वचा के लिए तो गुलाब जल अपने संक्रमणरोधी गुण के कारण टॉनिक साबित होता है.’ सौंदर्य विशेषज्ञ रानी धूलिया कहती हैं ‘हमारे लिए गुलाब जल एक महत्वपूर्ण उत्पाद है क्योंकि इसके इस्तेमाल से ठंडक का अहसास होता है. इसके अलावा, स्पा तथा अन्य कार्यों के लिए हम गुलाब की खुशबू का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इससे ताजगी तथा सुरम्यता का अहसास होता है.’