उद्योग जगत और कुछ नेताओं से समर्थन मिलने के बाद कुमार मंगलम बिड़ला ने शुक्रवार को अपने खिलाफ सीबीआई की प्राथमिकी पर चुप्पी तोड़ी और कहा कि वे चिंतित नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने कोई गलती नहीं की है.
कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में सीबीआई ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष बिड़ला ने वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और राजस्व सचिव सुमित बोस से मुलाकात की और फिर संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मंत्री के साथ प्राथमिकी मामले पर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘अभी तक मैं इस बारे में चिंतित नहीं हूं. कुछ गलत नहीं हुआ है, इसलिए क्यों चिंतित होना है?’
उनसे पूछा गया था कि क्या सीबीआई द्वारा उनके और हिंडाल्को के खिलाफ कोयला घोटाला मामले में दर्ज प्राथमिकी से आदित्य बिड़ला समूह के बैंक लाइसेंस के आवेदन पर असर होगा. बहरहाल उद्योग संगठन सीआईआई ने बिड़ला के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की आलोचना की और बयान जारी कर कहा कि सीबीआई को किसी के भी खिलाफ कार्यवाही का अधिकार है, लेकिन मशहूर उद्योगपतियों के खिलाफ कार्रवाई करने में इसे सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि भय का माहौल नहीं बने.
बिड़ला का नाम लिए बगैर सीआईआई प्रमुख क्रिस गोपालकृष्णन ने कहा, ‘यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि किसी भी मशहूर व सम्मानित उद्योगपति के खिलाफ कार्रवाई से पहले मामले के सारे तथ्यों को पेश किया जाए.’ उन्होंने कहा कि किसी संस्था या व्यक्ति की छवि बनने में वर्षों लग जाते हैं, इसलिए कोई भी कार्रवाई करने से पहले काफी सावधानी बरती जानी चाहिए.
इसके साथ ही उन्होंने चेताया, ‘तय किया जाना चाहिए कि जब निर्णय लेने की बात हो, तो भय का माहौल नहीं बने. व्यावसायिक वातावरण के लिए तेज गति से निर्णय और पारदर्शी नीति का माहौल जरूरी है. अगर सरकार और उद्योग जगत मिलकर काम करें, तो इसे बेहतरीन तरीके से किया जा सकता है.’ इनफोसिस के कार्यकारी अध्यक्ष एन. आर. नारायणमूर्ति ने कहा कि बिड़ला के खिलाफ बिना विस्तृत तथ्य के किसी भी कार्रवाई से देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों में गलत संदेश जाएगा. उन्होंने कहा, ‘कुमार काफी सम्मानित व्यवसायी हैं, इसलिए उनके खिलाफ बिना तथ्य के किसी भी कार्यवाही से निवेशकों में गलत संदेश जाएगा. अधिकारियों के लिए बहुत जरूरी है कि वे तथ्यों और आकड़ों के बारे में शत-प्रतिशत आश्वस्त हों.’
तेल मंत्री वीरप्पा मोइली ने भारत को रूस बनने के प्रति चेताया, जहां निवेशक जाने में भय खाते हैं और अरबपतियों को जेल में डाल दिया जाता है. मोइली ने कहा कि सीबीआई कुछ लाइन पर मामले में कार्रवाई कर रही है, जो अगर साक्ष्य पर आधारित है, तो ‘कोई उन पर सवाल खड़े नहीं कर सकता.’
उन्होंने कहा, ‘अगर नहीं, तो हमें सावधान रहना चाहिए. क्योंकि भारत रूस नहीं बन सकता.’ मोइली ने कहा कि भारत रूस नहीं बने, यह काम न सिर्फ सरकार पर, बल्कि न्यायपालिका और सीबीआई पर भी निर्भर करता है. उन्होंने कहा, ‘हम औरंगजेब के शासनकाल में नहीं रह रहे हैं. हम कानून के शासन में हैं. जब कानून की बात आती है, तो यह सरकार, सुप्रीम कोर्ट सभी पर निर्भर करता है.’
बिड़ला के खिलाफ सीबीआई कार्रवाई किए जाने की वाणिज्य व उद्योग मंत्री आनंद शर्मा और कॉरपोरेट मामलों के मंत्री सचिन पायलट पहले ही आलोचना कर चुके हैं. सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि बिड़ला ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पहले ही पत्र लिखा था, जिसने पत्र को कोयला मंत्रालय को भेज दिया था. एजेंसी ने दावा किया था कि उसे आदित्य बिड़ला समूह से नए दस्तावेज हासिल हुए हैं, जिसमें 94 लाख के सोने के सिक्कों का बिल, विभिन्न योजनाओं में 17 लाख रुपये के निवेश के अलावा 24 लाख रुपये नकद मिले. सीबीआई ने बिड़ला और पूर्व कोयला सचिव पारख के खिलाफ कोयला घोटाला मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी.