सुविख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित भीमसेन जोशी को मंगलवार को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया. जोशी को यह सम्मान पुणे में उनके आवास पर एक सादे समारोह में दिया गया.
87 वर्षीय जोशी को गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने यह सम्मान दिया. स्वास्थ्य कारणों से पंडितजी दिल्ली आने की स्थिति में नहीं हैं. प्रवक्ता ने कहा कि भीमसेन जोशी ने संकेत दिया था कि वे अपने आवास पर पुरस्कार प्राप्त करना चाहते हैं और यह भी अनुरोध किया गया कि सम्मान समारोह में ज्यादा लोग भाग नहीं लें.
कला और संस्कृति के क्षेत्र में यह सम्मान हासिल करने वाले जोशी छठे व्यक्ति हैं. इससे पहले सत्यजीत रे, एम एस सुब्बलक्ष्मी, पंडित रविशंकर, लता मंगेशकर और उस्ताद बिस्मिल्ला खान को भी यह सम्मान मिल चुका है. भारत रत्न प्राप्त करने वाले वे दूसरे शास्त्रीय गायक हैं. वर्ष 1998 में यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान शास्त्रीय गायिका सुब्बुलक्ष्मी को दिया गया था.
भीमसेन गुरुराज जोशी का जन्म कर्नाटक के गडग जिले में हुआ है. 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित जोशी संगीत की विधा 'खयाल' के सबसे बड़े फनकारों में से एक हैं. किराना घराना से ताल्लुक रखने वाले भीमसेन जोशी के पिता एक स्कूल शिक्षक थे. जोशी को भारतीय संगीत में अहम योगदान देने के लिए 1985 में पद्म भूषण और 1972 में पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है. 2005 में कर्नाटक सरकार ने जोशी को कर्नाटक सम्मान से सम्मानित किया था.