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टैक्‍स चोरी को लेकर रामदेव को भेजा गया नोटिस

योग कार्यक्रम के प्रसारण के लिए एक निजी टीवी प्रसारक से लिये करीब एक करोड़ रूपये पर कथित सेवाकर चोरी को लेकर उनके (रामदेव) न्यासों को प्रशासन ने नोटिस भेजा है.

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रामदेव
रामदेव

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योग कार्यक्रम के प्रसारण के लिए एक निजी टीवी प्रसारक से लिये करीब एक करोड़ रुपये पर कथित सेवाकर चोरी को लेकर उनके (रामदेव) न्यासों को प्रशासन ने नोटिस भेजा है.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हरिद्वार के पतजंलि योगपीठ और दिव्य योग न्यास को नोटिस भेजकर प्रसारक से लिये गये 96 लाख रुपये लेने का विवरण मांगा गया है तथा इस राशि पर सेवाकर के भुगतान को कहा गया है.

राजस्व विभाग ने पाया कि इन न्यासों ने रामदेव के योग कार्यक्रम का प्रसारण करने के लिए प्रसारक के साथ अनुबंध किया. इससे पहले विभाग ने रामदेव के योग शिविरों से प्राप्त राशि पर पांच करोड़ रुपये से अधिक के सेवाकर की चोरी का मामला उठाया था.

सूत्रों ने बताया कि नया मामला वर्ष 2009-10 का है जब कार्यक्रम का प्रसारण किया गया और रामदेव के न्यासों को प्रसारण अधिकार शुल्क के रूप में आठ लाख रुपये प्रतिमाह (96 लाख रुपये सालाना) दिया गया लेकिन उस पर किसी सेवाकर का भुगतान नहीं किया गया.

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उन्होंने कहा, ‘यह नोटिस केंद्रीय चुंगी खुफिया महानिदेशालय ने 96 लाख रुपये की कर चोरी को लेकर जारी किया है. वर्ष 2009-10 के आकलन से जुड़ा मामला है.’

इस संबंध में जब संपर्क किया गया तब रामदेव के प्रवक्ता ने दावा किया, ‘न्यासों की गतिविधियों को सेवाकर से छूट प्राप्त है क्योंकि वे गरीबों को चिकित्सा राहत के लिए हैं. हम नोटिस को उचित प्राधिकरण के समक्ष चुनौती देंगे.’ सूत्रों ने बताया कि रामदेव के न्यास ने तीन साल के लिए प्रतिदिन (आधे घंटे के लिए) योग कार्यक्रम का प्रसारण करने के लिए एक प्रसारक के साथ अनुबंध किया था.

अधिकारी ने कहा, ‘हालांकि इसे बाद में रद्द कर दिया गया और कार्यक्रम सालभर दिखा गया.’ उन्होंने कहा कि नोटिस हाल ही में भेजा गया. देश में कालेधन के खिलाफ अभियान चलाने वाले रामदेव उन न्यासों का भी संचालन कर रहे हैं जो आयुर्वेदिक दवाएं बनाती हैं और उन्हें देश-विदेश में बेचती हैं.

राजस्व विभाग ने अर्ध एवं पूर्ण रिहायशी शिविरों के माध्यम से योग सिखाने के लिए वसूले गए शुल्क पर रामदेव के न्यासों से 5.14 करोड़ रूपए के कर की मांग की थी.

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