प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर विवादित बयान के बाद इतिहासकार इरफान हबीब को नोटिस भेजा गया है. अलीगढ़ सिविल कोर्ट के एक वकील ने मंगलवार को इरफान हबीब को नोटिस भेजा. इरफान हबीब ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी और अमित शाह पर विवादित टिप्पणी की थी.
इरफान हबीब को दिए नोटिस में वकील संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि इतिहासकार द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में सोमवार को दिया गया एक भाषण भारत की एकता और विविधता के खिलाफ था और यह संप्रभुता को भी चुनौती देता है.
इरफान हबीब के भाषण की ओर इशारा करते हुए संदीप गुप्ता ने कहा कि आपने अमित शाह को सलाह दी कि वह अपने नाम से शाह को हटा दें क्योंकि यह एक पारसी शब्द है, आपने कहा था कि आरएसएस मुस्लिमों पर हमला करने के लिए बना था, आपने हिंदुत्व के विचारक वीर सावरकर को राष्ट्र के विभाजन के लिए दोषी ठहराया.
इरफान हबीब के बयान जहरीले
इस नोटिस में यह भी कहा गया है कि इरफान हबीब का बयान जहरीला है. नोटिस में कहा गया है कि एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करें. अगर वे जवाब नहीं दाखिल करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी . बीते सप्ताह नागरिकता कानून लागू होने के बाद इरफान हबीब का बयान चर्चा में आया था. इरफान हबीब लगातार इस कानून के खिलाफ बोल रहे हैं.