दूरदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति 'तेली' पर सीरियल दिखाएगा. इसमें मोदी शासक चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक के साथ शामिल होंगे. मोदी को इस जाति का गर्व के रूप में पेश किया जाएगा. यह सीरियल दूरदर्शन में संभवतः अक्टूबर से दिखाया जाएगा.
मोदी घांची समुदाय से आते हैं, जिसकी पहचान गुजरात में तेली जाति की है. गांधी नगर में इस सीरियल 'दिये जलते हैं' का सोमवार को मुहूर्त निकाला गया. इसमें नरेंद्र मोदी के बड़े भाई सोमनाथ भाई मोदी अतिथि के तौर पर मौजूद थे. इस सीरिअल का मुहूर्त गांधीनगर के पेठापुर टाउन के मोदी कम्युनिटी हॉल में रखा गया.
मुहूर्त शॉट में युवा तेली लड़के को दिखाया गया, जिसे अपनी जड़ों का पता नहीं था. पुणे के निर्माता सुरेश चौधरी ने कहा, 'इस लड़के की मां ने अपने बेटे को समुदाय के शानदार अतीत के बारे में बताया. इस समुदाय के हीरो चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक और मोदी जी हैं.'
इसमें घांची-तेली समुदाय के प्रसिद्ध लोगों की आत्मकथाएं दिखाई जाएंगी. दूरदर्शन ने पहले फेज में 128 एपिसोड दिखाने की अनुमति दे दी है. सीरियल 10 सालों तक दूरदर्शन पर चलेगा.
चौधरी ने कहा, 'हम इस सीरियल के माध्यम से संदेश देंगे कि इस समुदाय के हर एक को गर्व होना चाहिए क्योंकि इसने कई महान हस्तियों को पैदा किया है.' इस सीरियल के कई शॉट गुजरात के हैं. इनमें मोदी का घर वडनगर भी शामिल है. वडनगर की पहचान प्राचीन बौद्ध आश्रम के साथ तरंगा हिल्स और जैन तीर्थस्थान के रूप में भी है.
इस सीरियल के कुछ हिस्से के मुताबिक चंद्रगुप्त मौर्य अनुसूचित जनजाति से थे और इन्होंने बाद में जैन धर्म को अपना लिया था. सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध से पहले बौद्ध धर्म का अपमान किया था. गुजरात में घांची समुदाय को ओबीसी में रखा गया है.
पीएम मोदी के बड़े भाई सोमाभाई ने एक अखबार में दिए इंटरव्यू में कहा, 'यह सीरियल हमारे समुदाय के शानदार अतीत के बारे में है. इस समुदाय ने कई नेताओं को पैदा किया है. सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य से लेकर सम्राट अशोक और यहां तक कि साधारण आदमी गंगू तेली भारतीय इतिहास में बेहद अहम रहे हैं. इसमें नरेंद्र मोदी की आत्मकथा को भी शामिल किया गया है.'
इस धारावाहिक के निर्माता सुरेश चौधरी खुद भी तेली समुदाय से आते हैं. वह पिछले कुछ सालों से इस पर शोध कर रहे थे. इनका दावा है कि वह अपने शोध के दौरान मोदी के संपर्क में थे. चौधरी ने कहा, 'जब मोदी गुजरात के सीएम थे तब हमने उनसे मुलाकात की थी.
रिसर्च के दौरान हम मोदी से लगातार संपर्क में रहे. अब हमें दूरदर्शन से हरी झंडी मिल गई है. इसकी शू़टिंश शुरू है. हालांकि, हम लोग के यहां अतीत में कई महापुरुष हुए, लेकिन वर्तमान समय में मोदीजी सबसे बड़े लीडर हैं.'