प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को आम आदमी पार्टी की पीएसी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. लेकिन अब पार्टी के भीतर प्रशांत भूषण के समर्थकों की तादाद बढ़ रही है. पहले मयंक गांधी ने पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए और अब अंजलि दमानिया प्रशांत भूषण के साथ खड़ी हैं. उन्होंने कहा है कि अगर संयोजक पद के लिए प्रशांत भूषण का नाम आता है तो वो उनका समर्थन करेंगी.
अंजलि दमानिया का खुलासा, प्रशांत भूषण नहीं चाहते थे कि दिल्ली में AAP जीते
हालांकि, अंजलि दमानिया ने सीधे सीधे शीर्ष नेतृत्व पर सवाल तो नहीं उठाया है लेकिन केजरीवाल विरोधी खेमे के एक किरादार के समर्थन में बयान जरूर दिया है. उन्होंने कहा कि प्रशांत भूषण का संयोजक के तौर पर प्रस्ताव का वह समर्थन करेंगी.
अंजलि ने केजरीवाल के करीबियों पर भी तीर छोड़े. नाम ना लेते हुए साफ कहा कि जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर प्रशांत भूषण पर निशाना साधा, सवाल उनसे भी पूछे जाने चाहिए. यह तो जाहिर है कि उनका इशारा आशीष खेतान और आशुतोष की ओर था.
बेशक प्रशांत को अंजलि का नैतिक साथ मिल रहा है लेकिन आप के भीतर से ही प्रशांत पर पार्टी को अशांत करने का ठिकरा फोड़ा जा रहा है. भगवंत मान और नवीन जयहिंद ने पूरे विवाद के लिए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को जिम्मेदार ठहराया है. गुस्सा मंयक गांधी के खिलाफ भी कम नहीं है.
कभी मंयक गांधी तो कभी अंजलि दमानिया, अब आम आदमी पार्टी के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि दल के भीतर मची उठापठक आखिर कब थमेगी.