डॉक्टरों की हैंडराइटिंग के चलते दवा के पर्चे पर दवाई का नाम समझना बहुत लोगों के लिए चुनौती साबित होता है, लेकिन जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने वाली है.
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, 'डॉक्टरों को अब पर्चे पर दवा का नाम कैपिटल अक्षरों में लिखना होगा और साथ में दवा का जेनेरिक नाम भी लिखना पड़ेगा. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ. केके अग्रेवाल ने बताया, 'इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय बहुत जल्द एक गैजेट नोटिफिकेशन लागू करने वाला है, जिसके बाद यह नियम देशभर में लागू हो पाएगा.'
डॉक्टरों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बेशक इसे उनका काम थोड़ा-सा बढ़ जाएगा, लेकिन इससे मरीजों को फायदा होगा. केंद्र सरकार 'इंडियन मेडिकल काउंसिल रेगुलेशंस, 2002' में संशोधन कर चुकी है. इसी के आधार पर डॉक्टरों को दवा का कैपिटल अक्षरों में नाम और जेनेरिक नाम लिखने का निर्देश दिया जा रहा है.
डॉ. केके अग्रवाल ने कहा, 'देशभर में डॉक्टरों को इस नए बदलाव के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे यह पूरी तरह लागू हो जाए. आगे चलकर इससे नियम से मरीजों को फायदा होगा.'