नोटबंदी के फैसले को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रही शिवसेना ने इस बार 2000 के जाली नोटों को लेकर निशाना साधा है. अपने मुखपत्र सामना में प्रकाशित संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि 2000 रुपये के 'मेड इन पाकिस्तान' नोटों ने नोटबंदी के सारे दावों को खोखला साबित कर दिया.
इस लेख में कहा गया है, प्रधानमंत्री के नोटबंदी का फैसला पूरी तरह फ्लॉप रहा है. प्रधानमंत्री का दावा था कि नोटबंदी के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश में जाली नोटों के टकसाल बंद हो जाएंगे. आतंकवादियों और नक्सलियों की कमर टुट जाएगी. लेकिन ऐसे कुछ नहीं हुआ, अब लगता है कि वह सारी बातें बस हवाई तलवारबाजी थी.
गुलाबी नोटों ने सरकारी दावों की पोल खोली
केंद्र सरकार पर हमलावर रही शिवसेना ने कहा है, 'नोटबंदी के फैसले के तीन महीने होते ही देश में जाली नोट आने शुरू हो गए. अब 2000 रुपये के 'मेड इन पाकिस्तान' नोट आने लगे हैं.' लेख में कहा गया कि इन गुलाबी नोटों ने केंद्र सरकार के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है. जाली नोट बनाने वाले लोग हमारी हिमत्ती सरकार से काफी होशियार निकलें. 17 में से 11 सेक्युरिटी फिचर्स से साथ 'जाली नोट' भारत आ रहे हैं.
सामना में प्रकाशित इस लेख में साथ ही सवाल किया, 'यही सब देखना था तो देश की जनता को क्यों बैंकों के बाहर खड़ा किया. क्यों 100 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.' इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार की नोटबंदी एक खोखला योजना थी, जिसमें से कुछ साबित नहीं हुआ. बस लोगों को परेशानी हुई और देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई.
पानी के बुलबुला था नोटबंदी
बीएमसी चुनावों में बीजेपी से अलग होकर लड़ रही शिवसेना ने कहा, नोटबंदी एक पानी का बुलबुला था, जो अब तीन महीने बाद फुट गया. इससे हमें खुशी नहीं, बल्कि दुख है कि इन तीन महीनों में केंद्र सरकार ने देश का यह हाल कर दिया. सवाल यह है कि क्या नोटबंदी के बुलबुले छोड़ने वालों को इस बात का पश्चाताप है. अगर है, तो उसके लिए वे क्या करेंगे. आम जनता को उन्हें इसका जवाब देना होगा.
बांग्लादेश के रास्ते पाक से आए नकली नोट
आपको बता दें कि नोटबंदी को अभी दो महीने ही हुए हैं और पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने 2000 रुपये के नकली नोट बनाने शुरू कर दिए हैं. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में नकली नोट बरामद किए थे. अधिकारियों के मुताबिक भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए इन 2000 के नकली नोटों को भारत भेजा गया.