जानी-मानी पंजाबी लेखिका दलीप कौर तिवाना ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह देश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के खिलाफ अपना पद्म श्री सम्मान लौटाएंगी.
उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा, 'गौतम बुद्ध और गुरु नानक की भूमि पर 1984 में सिखों पर किए गए अत्याचार और सांप्रदायिकता की वजह से बार बार मुसलमानों पर ज्यादती हमारे देश और समाज के लिए बहुत अपमान की बात है.'
उन्होंने लिखा, 'सत्य और न्याय के लिए खड़े होने वालों को मारना हमें दुनिया और ऊपर वाले की आंखों में शर्मसार करता है, इसलिए विरोध स्वरूप मैं पद्म श्री सम्मान लौटाती हूं.' तिवाना ने कहा, 'मैं देश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव की और अल्पसंख्यकों के साथ जो हो रहा है, उसकी निंदा करती हूं.'
गौरतलब है कि दलीप कौर तिवाना को 2004 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. तिवाना को उनके उपन्यास ‘एहो हमारा जीवन’ के लिए 1971 में साहित्य अकादमी सम्मान से भी विभूषित किया गया था.
-इनपुट भाषा से