ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोच्चि में एकदिवसीय श्रृंखला का पहला मैच एक भी गेंद फेंके बिना रद्द होने के बाद भारत 20 अक्तूबर को विशाखापट्टनम में जीत की हैट्रिक के साथ तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की अजेय बढ़त लेने के इरादे से उतरेगा.
विशाखापट्टनम का डॉ. वाई एस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम भारत के लिए भाग्यशाली रहा है और यहां अब तक हुए दोनों मैचों में मेजबान टीम ने आसान जीत दर्ज की है. भारत ने यहां पांच अप्रैल 2005 को हुए पहले एकदिवसीय मैच में पाकिस्तान को 58 जबकि इसके बाद 17 फरवरी 2007 को हुए दूसरे मैच में श्रीलंका को सात विकेट से हराया था.
इतना ही नहीं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, आक्रामक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में भारतीय बल्लेबाजी की उम्मीदों का बोझ उठाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और टेस्ट टीम से बाहर रहने के बाद वापसी करने वाले युवराज सिंह को यह मैदान काफी रास आता है.
अपने कैरियर के शुरुआती दौर में ही धोनी ने सौरव गांगुली की कप्तानी में इस मैदान पर सिर्फ 123 गेंद में 15 चौकों और चार छक्कों की मदद से 148 रन की तूफानी पारी खेली थी और भारत को पाकिस्तान के खिलाफ जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए धोनी के शतक की मदद से नौ विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था जिसके जवाब में पाकिस्तानी टीम 298 रन ही बना सकी थी.