पश्चिम बंगाल के बर्दवान धमाके की जांच के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत दोभाल सोमवार को घटनास्थल के दौरे पर पहुंचे. वह खगरागढ़ के उस मकान का जायजा लेंगे जहां 2 अक्टूबर को बम धमाका हुआ था . इस दौरान एनआईए के अधिकारी और एनएसजी के डायरेक्टर जनरल जयंत नारायण चौधरी भी दोभाल के साथ हैं.
अजीत दोभाल आज शाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलकर घटना की जांच में सहयोग की अपील कर सकते हैं. 2 अक्टूबर को हुए धमाके में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बांग्लादेशी आतंकी संगठनों का हाथ बताया है.
तीन दिन पहले ही एनआईए के डायरेक्टर जनरल शरद कुमार ने बर्दवान का दौरा किया था. अब दोभाल का दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत बहुत जल्द बांग्लादेश को उसके आग्रह पर इस बारे में एक रिपोर्ट सौंपने वाला है.
सूत्रों के मुताबिक, दोभाल के दौरे के जरिये केंद्र ममता सरकार को यह संदेश देना चाहता है कि खगरागढ़ धमाके की जांच उसकी प्राथमिकता में है. जब केंद्र सरकार ने मामले की जांच एनआईए को सौंपी थी तो ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी ने इस पर आपत्ति जताई थी.
इससे पहले शुक्रवार को एनआईए के निदेशक जनरल शरद कुमार ने बर्दवान विस्फोट मामले की जांच में प्रगति का जायजा लिया था. इस विस्फोट में जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के दो संदिग्ध आतंकियों की मौत हो गई थी. दो महिलाओं समेत कुल तीन लोगों से एनआईए द्वारा पूछताछ की गई थी. इन महिलाओं में एक महिला विस्फोट में मारे गए संदिग्ध आतंकी की पत्नी है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर विस्फोट की जांच अपने हाथ में लेते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 13 अक्टूबर को हासिम मोला उर्फ बदरू अलाम मोला, रजिया बीबी और अलीमा बीबी को हिरासत में ले लिया था. विस्फोट स्थल पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय होने के आरोपों की जांच के लिए एनआईए का तीन सदस्यीय दल रविवार को विस्फोट स्थल पर भी गया.