राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के कथित रूप से बीजेपी की एक चुनाव रणनीति की बैठक में शामिल होने पर विवाद खड़ा हो गया है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने इसे 'स्तब्ध' करने वाली खबर बताया है और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से जवाब मांगा है.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक गृह मंत्री राजनाथ सिंह के यहां पूर्वोत्तर राज्यों की चुनाव की रणनीति को लेकर एक बैठक हुई, जिसमें NSA अजीत डोभाल भी शामिल हुए. माकपा ने एक बयान जारी कर कहा है, 'मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि राजनाथ सिंह के घर पर BJP और RSS के नेताओं की एक बैठक त्रिपुरा चुनाव को लेकर हुई. इस बैठक में त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में होने वाले चुनावों को लेकर चर्चा हुई. मीडिया में ऐसी खबरें भी आई हैं कि डोभाल भी इस बैठक में शामिल हुए हैं. एनएसए जैसे सरकार के एक वरिष्ठ अंग आखिर किस तरह से ऐसी बैठक में शामिल हो सकते हैं, जिसमें बीजेपी के चुनाव अभियान को लेकर चर्चा हो रही हो. गृह मंत्री को इस पर तत्काल स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.'
Govt needs to clarify the serious violation of norms. pic.twitter.com/j0qZQqAw0W
— CPI (M) (@cpimspeak) January 16, 2018
गौरतलब है कि प्रत्येक त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में 60-60 विधानसभा सीटें हैं. वहीं, इन तीनों राज्यों का विधानसभा कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है. नगालैंड में नागाल पीपुल्स फ्रंट की सरकार है. इस सरकार को बीजेपी का सपोर्ट है. मेघालय में कांग्रेस की सरकार है और त्रिपुरा में माकपा की अगुवाई वाला वाममोर्चा राज्य में 1993 से सत्ता में है.
पूर्वोत्तर का राज्य त्रिपुरा लेफ्ट का मजबूत किला माना जाता है. पिछले पांच विधानसभा चुनावों से लेफ्ट का कब्जा है. माणिक सरकार ने 2013 के विधानसभा चुनावों में ईमानदारी को एक प्रमुख मुद्दा बताया और जीत के साथ वामपंथी पार्टियों का झंडा बुलंद किया था. लेकिन इस बार राज्य का सियासी मिजाज गड़बड़ाया है. लेफ्ट के इस दुर्ग में बीजेपी सेंधमारी की लिए बेताब है.