देश के एलीट कमांडो यानी ब्लैक कैट कमांडो देश में जब भी आतंकी घटना होती है तो NSG के कमांडो होस्टेज की स्थिति से निजात दिलाते हैं. अब आतंकी नए नए तरीके के IED का इस्तेमाल करते हैं. इस साल भारत, अमेरिका और इजरायल सहित 12 देश के साथ मिलकर एनएसजी ने जाना आतंकियों के नए-नए विस्फोट से निपटने के तरीके के बारे में. आजतक आपको इन एलीट कमांडो के द्वारा नेशनल बम डाटा सेंटर में वो तमाम IED और उसका इस्तेमाल कैसे आतंकी और नक्सली करते हैं उसकी विस्तृत जानकारी दे रहा है.
देश के 10 नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए विस्फोट करने की नई-नई तकनीक का इस्तेमाल करने में जुटे हुए हैं. नक्सली नारियल के अंदर बम फिट तो करते ही हैं साथ ही ये लोग अब प्रोजेक्टाइल आईईडी का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. एनएसजी के जवानों ने इन्हीं आतंकी और नक्सलियों के IED प्रयोग करने के खतरे को देखते हुए अमेरिका और इजरायल के साथ मिलकर इस खतरे की बारीकियों के बारे जानकारी हासिल की. नक्सली अब आतंकी विस्फोट के लिए कर रहे हैं नए-नए आईईडी का इस्तेमाल. हवाई जहाज को अगर कोई हाईजेक करता है तो आतंकियों की लोकेशन जानने के लिए खास तरीके के कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है. NSG जल्द ही इन कैमरों का इस्तेमाल करेगी.
क्या खास रहा इस बार NBDC कॉन्फरेंस में
अमेरिका और इजरायल सहित 12 देश हुए शामिल. 40 डेलीगेट्स हुए हैं शामिल. अलग-अलग देशों में किस तरीके से आतंकी विस्फोटक का इस्तेमाल करते हैं उस पर हुई मीटिंग. ISIS के खतरे और आतंकियों द्वारा प्रयोग विस्फोटक पर खास चर्चा. सबसे नया विस्फोटक जिसका इस्तेमाल आतंकी कर रहे हैं वो फूड डाई या फूड कलरिंग जो आसानी से बाजार में मिल जाता है इस पर अमेरिका ने चिंता जताई है. यही नहीं NBDC के सीनियर अधिकारी मेजर जनरल बिपिन बक्शी ने कहा कि भारत के बाजार में खुले तौर पर मिलने वाले विस्फोटक इस समय बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है.