सेना की एक कोर्ट ऑफ इन्कवायरी (सीओआई) ने लद्दाख के न्योमा में पिछले साल मई महीने में अधिकारियों और जवानों के बीच हुयी झड़प के सिलसिले में एक तोपखाना इकाई के तत्कालीन कमाडिंग अधिकारी (सीओ) सहित 168 कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है.
थल सेना सूत्रों ने यहां बताया कि नार्दर्न आर्मी कमांडर ने सीओआई की सिफारिशों की पुष्टि की है. इसमें 168 कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गयी है. इन कर्मियों में तीन अन्य अधिकारी, 17 जेसीओ और 147 जवान शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि पिछले साल 10 मई को हुयी घटना के सिलसिले में कर्मियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल की नौबत भी आ सकती है.
ब्रिगेडियर अजय तलवार के नेतृत्व में सीओआई ने अपनी जांच पूरी कर ली थी और पिछले साल दिसंबर के पहले हफ्ते में लेह स्थित 14वीं कोर मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. सीओआई ने इन कर्मियों पर आगजनी और हमला सहित विभिन्न आरोप लगाए हैं.
न्योमा के पास माहे फायरिंग रेंज में हुयी इस घटना में 226 फील्ड रेजिमेंट के आठ जवान और सीओ सहित तीन अधिकारी घायल हो गए थे.
इस घटना के एक दिन बाद ही सेना ने सीआईओई का आदेश दिया था. इसमें पांच अधिकारी, 21 जेसीओ और 189 जवानों सहित 215 लोगों ने गवाही दी.
पिछले साल जम्मू कश्मीर में ऐसी ही एक अन्य घटना में सेना की सीओई ने 60 कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी.