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ओबामा ने सांसदों को किया मंत्रमुग्ध

संसद के ऐतिहासिक केन्द्रीय कक्ष में सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सांसदों और गणमान्य हस्तियों को अपने सधे हुए और भारतीयता के रंग में रंगे भाषण से अपने मोहपाश में बांध लिया और सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

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संसद के ऐतिहासिक केन्द्रीय कक्ष में सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सांसदों और गणमान्य हस्तियों को अपने सधे हुए और भारतीयता के रंग में रंगे भाषण से अपने मोहपाश में बांध लिया और सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

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ओबामा का भाषण समाप्त होने पर जब वह केन्द्रीय कक्ष से रवाना हो रहे थे तो सांसदों में उनसे हाथ मिलाने की अनकही सी उत्सुकता दिखी. हालांकि इस बार सांसदों ने काफी संयम और गरिमा का परिचय दिया और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के संसद आगमन के दौरान मची अफरा तफरी की पुनरावृति नहीं हुई.

मंच से उतरने के बाद सदस्यों के बीच से निकलते हुए ओबामा ने सबसे पहले राहुल गांधी से हाथ मिलाया जो नमस्ते की मुद्रा में उनका अभिवादन कर रहे थे. राहुल आगे से चौथी पंक्ति में बैठे थे. ओबामा ‘जय हिंद’, ‘बहुत धन्यवाद’ जैसे हिंदी शब्द बोलकर और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र से पंचतंत्र के जरिए जुड़कर उपस्थित लोगों के दिलों में उतरने में कामयाब रहे.

ओबामा ने महात्मा गांधी को अपना ‘नायक’ बताया तो केन्द्रीय कक्ष तालियों की गड़गड़ाहट से देर तक गूंजता रहा. उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात का अहसास है कि यदि गांधी जी ने विश्व और अमेरिका के साथ अपना संदेश साझा नहीं किया होता तो मैं आज अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में आपके सामने खड़ा नहीं होता.’ {mospagebreak}

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अपने 35 मिनट के भाषण में ओबामा ने स्वामी विवेकानंद के उनके गृहनगर शिकागो में एक सदी से अधिक समय पहले दिए गए भाषण को भी याद किया. पहले अफ्रीकी-अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा डा. बी आर अम्बेडकर को भी श्रद्धांजलि देना नहीं भूले. उन्होंने कहा, ‘हमारा यह मानना है कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं और कहां से आए हैं, हर इंसान भगवान द्वारा दी गयी ताकत का उपयोग कर सकता है जैसा कि डा. अम्बेडकर जैसे दलित ने अपने उत्थान में किया और संविधान की रचना की जो सभी भारतीयों के अधिकारों की रक्षा करता है.’

उनके भाषण के दौरान सर्वाधिक तालियां उस समय बजीं जब उन्होंने कहा कि ‘मुझे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार का इंतजार है जिसमें भारत स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो.’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी एवं अन्य हस्तियों को इस पर तालियां बजाते देखा गया. {mospagebreak}

जब उन्होंने ‘चांदनी चौक’ का जिक्र किया तब भी काफी तालियां बजीं और केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल विशेष रूप से ताली बजाते देखे गए जो इसी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. केन्द्रीय कक्ष में ओबामा का भाषण सुनने के लिए अमेरिका में भारत की राजदूत मीरा शंकर, विदेश सचिव निरूपमा राव तथा विदेश मंत्रालय में सचिव लाथा रेड्डी भी मौजूद थे. कक्ष में अतिरिक्त कुर्सियों का इंतजाम किए जाने के बावजूद कई लोगों को खड़े देखा गया क्योंकि सांसदों के लिए कक्ष में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर सीटों की व्यवस्था की गयी थी.

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पूर्व केन्द्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर, वरिष्ठ सांसद अभिषेक सिंघवी, संदीप दीक्षित, इंद्र सिंह नामधारी, श्याम बेनेगल, जयंत चौधरी तथा ज्योति मिर्धा और अरूण कुमार भी खड़े दिखाई दिए. केन्द्रीय मंत्री अगाथा संगमा थोड़ा देर से पहुंची और खाली सीट की तलाश करती दिखीं. उनके पिता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पी ए संगमा दूसरी पंक्ति में बैठे थे. अन्य पूर्व लोकसभा अध्यक्षों में बलराम जाखड़, बलिराम भगत, शिवराज पाटिल तथा मनोहर जोशी भी कक्ष में मौजूद थे. पाटिल इस समय पंजाब के राज्यपाल हैं जबकि जोशी शिवसेना संसदीय दल के नेता हैं.

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