भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को मजबूती देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल के आखिरी दौर में एक सराहनीय कदम उठाया है. ओबामा ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मार्च में अमेरिका आने का न्योता दिया है. आपको बता दें कि लाहौर में हुई मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नवाज से कहा कि हमें यूरोप के लीडर्स की तरह यूं ही मिलते रहना चाहिए. इस पर शरीफ ने हामी भी भरी.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक वाशिंगटन में 31 मार्च को परमाणु संपन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक है. ओबामा ने इसी बहाने भारत और पाकिस्तान दोनों के मुखिया को भी बुलाया है. इस बैठक में एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की एक दूसरे से मुलाकात होगी.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक इस न्योते की आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है. एक अंग्रेजी अखबार ने बताया है कि ऐसी उम्मीद है कि दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक बार फिर मुलाकात करेंगे. इस चौथे परमाणु सुरक्षा समिट की घोषणा ओबामा ने 2014 में ही की थी. यह मुलाकात नवाज और मोदी को नए साल में एक दूसरे के साथ रिश्ते को मजबूत करने की एक पहल के रूप में सामने आएगी.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में तीन दिवसीय दौरे के तीसरे और अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी अचानक पाकिस्तान गए. उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन पर बधाई दी. मोदी की 150 मिनट की पाकिस्तान यात्रा करीब 11 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पाक यात्रा है. पाकिस्तान में उन्होंने नवाज शरीफ के साथ बातचीत की जिस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के लोगों के व्यापक हितों के लिए शांति की खातिर रास्ते खोलने का फैसला किया.