ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के सदस्यों के वाकआउट के बीच मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दावा किया कि 2013 से माओवादी हिंसा में कमी आई है.
पटनायक ने विधानसभा में गृह विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘राज्य में 2013 में और इस साल अब तक माओवादी हिंसा की घटनाओं में कमी आई है. इस अवधि में कुल 128 माओवाद से जुड़ी घटनाएं घटीं जिनमें 41 वाकये माओवादियों और पुलिस के बीच गोलीबारी के थे. 28 माओवादी मारे गये, 158 को गिरफ्तार कर लिया गया और 142 ने समर्पण कर दिया.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों ने छापों के दौरान हथियारों, विस्फोटकों और अन्य सामग्री का बड़ा जखीरा जब्त किया है. सरकार ने माओवादियों को हिंसा का रास्ता छोड़ने के लिहाज से प्रोत्साहित करने के लिए अधिक वित्तीय सहायता के साथ ‘समर्पण और पुनर्वास योजना’ फिर से शुरू की है. उन्होंने कहा कि अब तक इस योजना के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं.
माओवादी नेता सब्यसाची पांडा की गिरफ्तारी को नाटक बताने की विपक्ष की आलोचना पर पटनायक ने कहा, ‘जनता जानती है कि मेरी सरकार किस प्रतिबद्धता और गंभीरता के साथ राज्य से जुड़े मुद्दों से निपटती है जिसमें वामपंथी उग्रवाद शामिल है.’ हालांकि पटनायक के जवाब पर अंसतोष जताते हुए विपक्षी कांग्रेस और बीजेपी के सदस्यों ने वाक आउट किया.