scorecardresearch
 

ओलंपिक स्‍वर्ण विजेता अभिनव बिंद्रा ने खेल छोड़ने की दी धमकी

भारत को बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाने वाले अभिनव बिंद्रा भारतीय खेल महासंघ के रवैये से इतने निराश हैं कि उन्होंने शनिवार को शूटिंग छोड़ने की धमकी दी.

Advertisement
X

हाकी की बगावत का हल अभी निकला ही है कि अब एक अन्य खेल निशानेबाजी में देश के चोटी के खिलाड़ी ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ पर आरोप लगाया है कि वे उसे कुछ नहीं समझते और वह अब निशानेबाजी खेल को अलविदा कहने की योजना बना रहे हैं.

विश्व चैम्पियन 27 वर्षीय बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलम्पिक खेलों की दस मीटर रायफल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. बिंद्रा राष्ट्रीय रायफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) से मतभेद के चलते सघंर्ष करते करते थक गये हैं. अभिनव के पिता ने चंडीगढ़ में कहा, 'बिंद्रा इसलिये नाराज है कि राष्ट्रीय महासंघ उसकी बात को ठीक से समझना नहीं चाहता और वह बिंद्रा को कुछ नहीं समझते. वह राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की अपनी ट्रेनिंग और तैयारियों के लिये समय चाहता है और उसे ओलम्पिक खेलों की तैयारी भी करनी है.'

अभिनव महासंघ की पहले भी सार्वजनिक रूप से आलोचना कर चुका है. इस समय जो मुद्दा उभर कर सामने आया है वह यह है कि महासंघ चाहता है कि बिंद्रा राष्ट्रीय स्तर के ट्राइल में मौजूद रहें. सीनियर बिंद्रा ने कहा 'बिंद्रा से ट्रायल में आने के लिये कहा गया और इसके लिये वह तैयार भी था. 18 दिसंबर को होने वाले ट्रायल के लिये ही वह जर्मनी से वापस आया था लेकिन ट्रायल स्थिगित कर दिये गये.

बिंद्रा ने पहले भी कहा था कि उसकी इस ट्रायल में पहुंचने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया जाए. उसे इस तरह से परेशान नहीं किया जाना चाहिये.' उधर निशानेबाजी महासंघ (एनआरएआई) ने अभिनव के आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि उसने कभी भी बिंद्रा को गलत सूचना नहीं दी. एनआरएआई के सचिव राजीव भाटिया ने कहा 'हमने कभी भी नहीं कहा कि ट्रायल 18 दिसंबर को हैं. दरअसल बिंद्रा कभी भी ट्रायल के लिये भारत आना ही नहीं चाहते थे.'

बिंद्रा के पिता ने कहा 'इस समस्या का एक ही समाधान है कि निशानेबाज को अपने ही तरीके से तैयारी करने देना चाहिये.' उन्होंने कहा, 'अगर देश चाहता है कि बिंद्रा प्रतियोगिताओं में भाग ले तो उसे अपने हिसाब से ट्रैनिंग करने दी जाए. वह खेल मंत्रालय की सहायता से अपना अभ्‍यास कर रहा है और वे इस बारे में जानते भी हैं. उसके अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन को भी ध्यान में रखा जाना चाहिये.'

Advertisement
Advertisement