प्रसिद्ध अभिनेता ओम पुरी ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए भारत में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई गई है. ओम पुरी ने साथ ही पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने के बारे में कहा कि वो भारत सरकार से वीजा और वर्क परमिट से लेकर आते हैं. इसलिए उनके बारे में कोई भी फैसला भारत सरकार ही ले सकती है.
ओम पुरी के मुताबिक देश में पहले 26/11, संसद पर हमले जैसी कई बड़ी आतंकवादी घटनाओं का दंश सहना पड़ा था, लेकिन इस बार पहली बार राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाते हुए जवाब दिया गया. 'इंडिया टुडे/आज तक' से बातचीत में ओम पुरी ने आतंकवादियों पर कहा कि वो भारत और पाकिस्तान दोनों के ही दुश्मन हैं. पाकिस्तान में भी मिलिट्री स्कूल में आतंकियों ने हमला कर 120 से ज्यादा निर्दोष बच्चों की हत्या कर दी थी. ओम पुरी ने ये भी कहा कि आतंकवादियों पर पाकिस्तान सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है.
पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन का ओम पुरी ने सख्त विरोध किया. ओम पुरी ने कहा कि आप पर शैतानों ने हमला किया और आप निर्दोषों से बदला लेना चाहते हैं. बता दें कि इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन (इम्पा) ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर अस्थायी तौर पर बैन लगा दिया है.
ओम पुरी ने कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों को यहां से खदेड़ दिया जाए, लेकिन उससे होगा क्या. उन्होंने साथ ही कहा कि बैन लगाने या ना लगाने पर फैसला लेने का अधिकार सिर्फ भारत सरकार को है, जिसने इस मुद्दे पर अभी तक कुछ नहीं कहा है. ओम पुरी ने कहा, 'मैंने पाकिस्तान में बतौर आर्टिस्ट काम किया है और वो अनुभव बहुत खुशगवार है. वहां के आम लोगों के दिलों में हमारे लिए बहुत प्यार और सम्मान दिखा.'