भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर घाटी में भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया.
सोमवार को एक अखबार में प्रकाशित साक्षात्कार में अब्दुल्ला ने कहा कि अफजल गुरु की फांसी से कश्मीर में युवाओं के बीच अलगाववाद की भावना बढ़ सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि युवा वर्ग संभवत: खुद की पहचान अफजल गुरु में देख सकते हैं.
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा, 'यह कहना कि कश्मीर घाटी के युवक खुद को अफजल गुरु से जोड़ कर देखेंगे, घाटी के युवकों का अपमान करना है. वे खुद की पहचान क्रिकेटर परवेज रसूल और संघ लोक सेवा के टॉपर शाह फैसल के रूप में देखना चाहेंगे.'
जावडेकर ने कहा, 'वे (उमर अब्दुल्ला) कहते हैं कि 43 साल के युवक को फांसी दी गई. संसद पर हमले के दौरान मारे गए नौ में से छह लोग अफजल से भी जवान थे. उमर का कलेजा उनके लिए नहीं फटा, लेकिन अफजल के लिए सहानुभूति उमड़ रही है. हम इसकी निंदा करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'भेदभाव के मुद्दे को उछालना कुछ और नहीं बल्कि घाटी में स्थिति को और भड़काने की कोशिश है. कम से कम जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री को यह नहीं करना चाहिए.'
जावडेकर ने कहा कि अफजल गुरु की फांसी के बाद जब देश में 'राष्ट्रीय राहत' की अनुभूति हो रही हो तो ऐसे में एक मुख्यमंत्री की ओर से इस प्रकार का बयान 'पूरी तरह से अस्वीकार्य है.'
उन्होंने कांग्रेस से भी यह स्पष्ट करने की मांग की कि वह अब्दुल्ला के बयान से सहमत है या नहीं, क्योंकि अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कान्फ्रेंस संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की साझीदार है.