इस्तीफे की खबरों को खारिज करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाले राजनीतिक पैकेज में हो रही ‘‘देरी’’ पर अपने मंत्रियों एवं सहयोगी दलों से मुलाकात की.
एक राष्ट्रीय अखबार ने खबर दी कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (एएफएसपीए) को हटाने में केंद्र की ‘‘दुविधा’’ को देखते हुए उमर ने इस्तीफे की धमकी दी है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि वह ‘‘अनावश्यक, आधारहीन अफवाहों’’ को महत्व नहीं दे.
सीसीएस की कल दिल्ली में बैठक के बाद ‘‘विश्वास में कमी, प्रशासन में कमी’’ जैसे मुहावरों से परेशान उमर ने आज कहा, ‘इस वक्त मैं कुछ नहीं कह रहा. अगर मुझे कुछ कहना होगा तो मैं आपसे कहूंगा.’
प्रवक्ता ने कहा कि घाटी की स्थिति को लेकर उमर ने गठबंधन के मंत्रियों, नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों के साथ कई बैठकें कीं.
दिल्ली में कल सर्वदलीय बैठक को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के कोर ग्रुप की बैठक पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में होगी.
केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि वह देश से बाहर गये थे और कुछ भी कहने से पहले स्थिति का आकलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कल वह सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेंगे.