जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) ने राज्यपाल एन एन वोरा से राज्य सरकार को बरखास्त करने की अपील करते हुए कहा है कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने पर अपने बयान के कारण मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ‘सुरक्षा खतरा’ बन गए हैं.
जेकेएनपीपी के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने कहा, ‘उमर अब्दुल्ला सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं और वह मुख्यमंत्री के तौर पर काम नहीं कर सकते. हम राज्य की सुरक्षा के हित में मांग करते हैं कि उमर की सरकार को बरखास्त किया जाए.’ पार्टी ने आरोप लगाया कि उमर गैर जिम्मेदाराना और असंतुलित बयान दे रहे हैं.
उधर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह उमर अब्दुल्ला के बचाव में उतर आए हैं. उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के फैसले को चुनौती नहीं दे रहे हैं.
सिंह ने कहा, ‘किसी को भी फांसी दी जाती है तो उसकी कुछ प्रक्रियाएं और नियम हैं. इसके तहत व्यक्ति की अंतिम इच्छा पूछी जाती है और इसे पूरी की जाती है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर व्यक्ति की अंतिम इच्छा पूरी नहीं की जाती तो यह उचित नहीं है. उमर विशेष तौर पर यही बात कर रहे हैं. वह फैसले को चुनौती नहीं दे रहे हैं.’