जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को फोन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बात की और उन्हें कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था के हालात की जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि उमर ने राज्य में हालात सामान्य बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी, जिनमें शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है. मुख्यमंत्री ने राज्य के घटनाक्रम के बारे में गृहमंत्री पी. चिदंबरम और रक्षामंत्री ए.के. एंटनी से भी दो बार बात की.
इस बीच, सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक के बाद दिल्ली से आए केन्द्रीय गृहसचिव जी. के. पिल्लै ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और कानून-व्यवस्था की समग्र स्थिति का जायजा लिया. पिल्लै ने कश्मीर घाटी में शांति बनाए रखने के लिए उमर को केन्द्र के पूरे समर्थन का आश्वासन दिया. दोनों ने घाटी में हिंसक विरोध समाप्त करने के लिए उठाए जा रहे उपायों पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पिल्लै ने सीआरपीएफ, सेना और राज्य पुलिस एवं खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की. इससे पहले पिल्लै ने राज्य पुलिस प्रमुख कुलदीप खोड़ा और 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जीएस मारवाह से मुलाकात की.