प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ सेना के नए गौरव आईएनएस विक्रमादित्य को देश को समर्पित कर दिया है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने INS विक्रमादित्य के साथ नौ सेना की ताकत का भी जायजा लिया.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह हमारे देश के लिए बेहद ही अहम दिन है. देश की सुरक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता है. सेना का आधुनिकीकरण होना बेहद जरूरी है. इस देश का ही विकास होगा. हम रक्षा के साजो-सामान का आयात क्यों करें? हमें खुद पर निर्भर होना होगा. हम दूसरे देश को अपने यहां बने आयुध सामग्री को क्यों नहीं बेच सकते?
मोदी ने इस मौके पर देश में एक वार मेमोरियल बनाने का ऐलान किया. साथ ही कहा कि सेना के अंदर 'एक रैंक एक पेंशन' की मांग को भी हमारी सरकार पूरा करेगी.
मोदी ने आज क्या-क्या किया?
सबसे पहले मोदी गोवा पहुंचे और भारतीय नौसेना के सबसे बड़े युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर लड़ाकू विमान मिग-29के में सवार हुए. समुद्र में 30 विमानों को ढो सकने में सक्षम युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य के चालक दल के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया. पीएम ने आईएएनएस विक्रमादित्य के चालक दल के सदस्यों से बातचीत भी की. मोदी के साथ नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के.धोवन भी मौजूद थे.
नौसेना के पश्चिमी कमान बेड़े के साथ मोदी मिग 29 के, सी हैरियर्स, समुद्र में गश्त करने वाले लंबी दूरी के विमान पी8 आई और टीयू 142एम, आईएल 38 एसडी, डॉर्नियर्स, कैमोव और सी किंग हेलीकॉप्टर सहित नौसेना के कई विमानों का आकाश में शक्ति प्रदर्शन देखा. मोदी के इस कार्यक्रम को 'डे एट सी' नाम दिया गया था.
मोदी गोवा में कई अन्य कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे. प्रधानमंत्री बनने के बाद यह किसी भी राज्य की उनकी पहली यात्रा है.
रूस से खरीदा गया 44,500 टन वाला आईएनएस विक्रमादित्य भारतीय नौसेना से जुड़ा नया युद्धपोत और सैन्य पहुंच का सबसे शक्तिशाली प्रतीक है. पिछले साल नवंबर महीने में तत्कालीन रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी की मौजूदगी में इसका जलावतरण किया गया था.