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मोदी पर लेख के लिए काटजू को मिली शाबाशी!

प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू ने जो लेख लिखा है उसकी बीजेपी की ओर से घोर आलोचना हो रही है लेकिन फली एस नरीमन ने इस लेख के लिए काटजू को शाबाशी दी है.

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मार्कंडेय काटजू
मार्कंडेय काटजू

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प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू ने जो लेख लिखा है उसकी बीजेपी की ओर से घोर आलोचना हो रही है लेकिन फली एस नरीमन ने इस लेख के लिए काटजू को शाबाशी दी है.

काटजू को शुक्रवार को भेजे ई-मेल में नरीमन ने कहा कि लेख ‘शानदार’ है. लेख को लेकर भाजपा नेता अरुण जेटली और काटजू में वाक् युद्ध शुरू हो गया है.

नरीमन ने कहा, ‘मैंने टेलीफोन किया और आपको बताया कि आज सुबह ‘हिंदू’ में छपे लेख से हम कितने खुश हैं. यह शानदार है - इसे ऐसे व्यक्ति द्वारा कहे जाने की जरूरत थी जो न केवल मानवाधिकारों का समर्थन करता है बल्कि अपनी जिंदगी का हर क्षण जीता है.’ काटजू के लेख को लेकर जेटली और काटजू के बीच रविवार को तीखे शब्द बाण चले और दोनों ने एक-दूसरे से इस्तीफा देने को कहा.

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जेटली ने काटजू को ‘कांग्रेस से ज्यादा कांग्रेसी’ बताया और कहा कि पश्चिम बंगाल, बिहार या गुजरात में गैर कांग्रेसी सरकारों पर उनका हमला सेवानिवृत्ति के बाद नौकरी देने वालों का ‘धन्यवाद ज्ञापन’ लगता है. उन्होंने मांग की कि काटजू अपने पद से इस्तीफा दें.

उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश काटजू ने तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाते हुए मोदी पर पलटवार किया और उनसे राजनीति छोड़ने को कहा. मोदी ने भी ट्विट करते हुए काटजू पर आरोप लगाया कि वह गुजरात को पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर रिपीट पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर देख रहे हैं.

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