केरल में सोमवार को ओणम का त्यौहार मनाया जा रहा है. यह वसंत उत्सव क्षेत्र के पौराणिक राजा महाबली के उस समतावादी आदर्श शासन की याद में मनाया जाता है जिसमें लोग समृद्धि और समानतापूर्ण जीवन जीते थे.
ओणम पर महाबली का स्वागत करने के लिये लोग जाति, वर्ग और धर्म की बाधाएं तोड़कर अपने घरों को फूलों के कालीन से सजाते हैं. पौराणिक कथा के मुताबिक ‘असुर’ राजा महाबली को भगवान विष्णु ने उनकी लोकप्रियता से ईष्र्या रखने वाले देवताओं के दबाव के चलते पाताल लोक में कैद कर दिया था, लेकिन वहां जाने से पहले महाबली ने भगवान विष्णु से मलयाली पंचांग के ‘तिरुओणम’ दिवस पर अपने लोगों से मिलने की अनुमति प्राप्त की ली थी. यही वजह है कि मलयाली लोग ओणम के दिन महाबली के स्वागत में अपने घर को सजाते-संवारते हैं.
महंगाई के चरम पर पहुंचने के बावजूद ओणम की तैयारियों की भव्यता में कोई कमी नहीं हुई है. इस त्यौहार के लिये जरूरी सामान का केरल में बहुत कम उत्पादन होने की वजह से उसे दूसरे राज्यों से मंगाया जाता है.
केरल के राज्यपाल आर. एस. गवई, मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन तथा सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने देश-विदेश के सभी मलयाली लोगों को ओणम की बधाई दी है.