पेट्रोलियम मंत्रालय से जरूरी दस्तावेज कंपनियों को मुहैया कराने के रहस्य से पर्दा से उठता जा रहा है. पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी मामले में पुलिस ने छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी लालता और लोकेश को शास्त्री भवन लेकर गई है.
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जासूसी मामले में अब एक और ग्रुप के शामिल होने का पता चला है. इस ग्रुप में वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर में
काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं. पुलिस ने इस ग्रुप के बारे में जानकारी जुटाकर जांच कर रही है.
खबरों की मानें तो पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक, जासूसी का दूसरा नेटवर्क मंत्रालय का एक चर्तुथ श्रेणी कर्मचारी चला रहा था. पुलिस ने इस मामले में शास्त्री भवन के अब तक 7 कमरे सील करने के बाद जांच शुरू कर दी है. याद रहे कि पुलिस इस मामले में मंत्रालय के कुछ अधिकारियों, कर्मचारियों और कंपनियों के अफसरों को गिरफ्तार कर चुकी है.
गौरतलब है कि पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी कांड में पुलिस ने पांच कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. सभी से जांच में सहयोग करने को कहा गया है. सोमवार को इनसे भी पूछताछ हो कसती है. कुछ दिन पहले पेट्रोलियम मंत्रालय में एक जरूरी दस्तावेज के फोटो कॉपीमशीन के पास मिलने पर इस बाबत जांच शुरू की गई थी. इसके बाद मंत्रालय से जासूसी का मामला सामने आ पाया था.